किरंदुल थाना क्षेत्र के गुमियापाल जंगल में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ को नक्सलियों ने फर्जी बताया है। दरभा डिवीजन कमेटी का हस्तलिखित प्रेस नोट सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इस प्रेस नोट में नक्सलियों ने एनकाउंटर को झूठा बताया है। उन्होंने मुठभेड़ में मारे गए दो नक्सलियों को डॉक्टर बताया है। सोशल मीडिया में जारी नक्सलियों के प्रेस नोट में लिखा है कि मुठभेड़ में मारे गए दो नक्सली ग्रामीणों के बीच बीमारी की सूचना के बाद इलाज करने के लिए निकले थे। इस दौरान पुलिस के मुखबिरों ने उनकी सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें मार गिराया। उनके पास कोई हथियार नहीं था। नक्सलियों ने जारी प्रेस नोट में लोगों से पुलिस का मुखबिर नहीं बनने की बात कही है। साथ ही, कहा है कि वे गांव लौट कर जनता के लिए काम करें। ज्ञात हो कि 14 जुलाई को पुलिस ने मुठभेड़ में दो नक्सलियों को मार गिराया था। मारे गए नक्सलियों को मंगली और एमला देवा के रूप में पहचाना गया। दोनों पुलिस रिकार्ड में पांच- पांच लाख रूपये के इनामी थे। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने शव के साथ हथियार और अन्य नक्सल सामग्री भी बरामद की थी।