असम के डिब्रूगढ़ की रहने वाली छात्रा राधा कुमारी की चलती एक्सप्रेस ट्रेन में दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। यह घटना पिछले साल 10 जुलाई की है जिसके बारे में पता चलने पर हर किसी की रूह कांप गई थी। लेकिन इस घटना के 1 साल गुजर जाने के बाद भी राधा के परिवार को न्याय नहीं मिल पाया और ना ही किसी तरह की सरकारी मदद।
आपको बता दें कि हत्यारों के हौसले इतने बुलंद थे कि राधा की हत्या के ठीक दूसरे दिन ही फिर से चलती ट्रेन मरियानी में डिब्रूगढ़ की रहने वाली लालिमा देवी की भी हत्या कर दी गई। इसको देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा में तैनात रेलवे पुलिस की विफलता का असली मुखौटा सामने आ गया था।
इस घटना के बाद असम में तीव्र विरोध हुआ जिसके बाद पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले विकास दास और विपिन पांडे को गिरफ्तार किया था। इतना ही नहीं बल्कि इन दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया। जिसके बाद इन पर मुकदमा चलाया जो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। आज इस घटना को 1 साल बीत गया लेकिन दोषियों को सजा नहीं मिल पायी।
राधा कुमार असम विश्वविद्यालय के कृषि कॉलेज जोरहाट की बीएससी की होनहार छात्रा थी। उसकी हत्या के बाद सरकार तथा रेलवे की ओर से आर्थिक सहायता समेत परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात कही गई थी जो अभी तक पूरी नहीं हुई। लेकिन परिवार को अभी आशा है कि उनको न्याय मिलेगा।