बादलों का घर कहा जाने वाला भारत का मेघालय राज्य प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यहां पर कई ऐसी प्राकृतिक चीजें हैं जिनको देखकर कोई भी हैरान रह सकता है। मेघालय की इन्हीं अजीबोगरी चीजों में से है यहां पर लिविंग रूट ब्रिज। यह ब्रिज करीब 200 साल पुराना है जिसको उस समय लोगों ने पेड़ों की जड़ों को आपस में जोड़कर बनाया था। लेकिन अब यह धीरे—धीरे खस्ता हालत में होता जा रहा था।
जीवित पेड़ों के जड़ों से बना है ब्रिज
लिविंग रूट ब्रिज को बनाने के लिए लोगों ने पेड़ों जड़ों पर बड़े—बड़े पथर रख दिए थे जिससें कि रास्ता बन सके। लेकिन अब यही पत्थर इस एैतिहासक ब्रिज के लिए खतरा बनते जा रहे थे। इन पत्थरों की वजह से जड़ें फैल नहीं पा रही थी और ब्रिज खस्ता होता जा रहा था। ब्रिज की ऐसी हालत देख गांव वाले इकट्ठा हुए और उसें बचाने के लिए मुहिम छेड़ दी।
पत्थरों की जगह मिट्टी डाली
मेघालय के लिविंग रूट ब्रिज पर से लोगों ने पत्थरों को हटा दिया और उनकी जगह मिट्टी की हल्की परत के साथ मिश्रित कटहल के पेड़ों से मृत लकड़ी का उपयोग किया है। स्थानीय लोगों के अनुसार ये चीजें जड़ों के लिए पोषक तत्वों से भरपूर है। इतना ही बल्कि इसके शीर्ष पर सुपारी के पेड़ लगाए गए हैं जिससें लोग सीधे जड़ों पर पैर रखे बिना पुल पर चल सके।