Home News छत्तीसगढ़ /आदिवासियों को देंगे पौष्टिक आहार हाट- बाजार में किया जाएगा इलाज

छत्तीसगढ़ /आदिवासियों को देंगे पौष्टिक आहार हाट- बाजार में किया जाएगा इलाज

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राज्य सरकार प्रदेश के वनवासियों के लिए दो नई योजनाएं लागू कर रही है। स्वास्थ्य और पोषण से जुड़ी ये योजनाएं वनवासियों के जीवन स्तर को बढ़ाने के उद्देश्य से लाई जा रही हैं। छत्तीसगढ़ सरकार वनांचल क्षेत्र के लोगों को पौष्टिक आहार प्रदान करेगी और हाट बाजारोें में इलाज की सुविधा मुहैया करवाएगी। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इन योजनाओं की शुरुआत बस्तर अंचल से की जाएगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को रायपुर के महादेव घाट में आयोजित हरदिया साहू समाज के वार्षिक सम्मेलन को संबोेधित करते हुए इन योजनाओं की घोषणा की। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर संभाग में कुपोषण का प्रकोप सर्वाधिक है। यह समस्या हमें विरासत में मिली है। हम इस कलंक को मिटाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बस्तर संभाग के कलेक्टरों को निर्देश दिए गए हैं कि आगामी एक वर्ष में इस समस्या को नियंत्रित किया जाए। ग्राम पंचायतों एवं महिला समूहों के माध्यम से स्थानीय लोगों की रुचि के अनुरूप उन्हें पौष्टिक भोजन प्रतिदिन उपलब्ध कराया जाए।

एक सप्ताह के अंदर कुछ पंचायतों में यह प्रयोग आरंभ हो जाएगा तथा एक माह में समस्याग्रस्त सभी जिलों में यह  काम शुरू कर दिया जाएगा। बस्तर एवं दंतेवाड़ा जिलों के कलेक्टरों को निर्देशित किया गया है कि वे तत्काल प्रयोग के तौर पर हाट बाजारों के दिन वहां मेडिकल टीम भेजें। टीम में चिकित्सा दल, मोबाइल पैथालाॅजी यूनिट, पोर्टेबल एक्स-रे यूनिट तथा सभी आवश्यक दवाएं लेकर जाएंगे।


और वहां पीड़ितों का उपचार करेंगे। यह व्यवस्था एक सप्ताह में आरंभ कर दी जाएगी तथा एक माह के अंदर समस्यामूलक जिलों के समस्त हाट बाजारों में चिकित्सा दल भेजने की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी हाट बाजारों में प्रति सप्ताह चिकित्सा दल अनिवार्यतः जाएं। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि इस व्यवस्था से सुदूर एवं दुर्गम स्थानों में रहने वाले लोगों को भी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा और वे स्वस्थ्य जीवन व्यतीत कर सकेंगे।

नक्सल मोर्चे पर चौतरफा लड़ाई की जरूरत, जनता का भरोसा जीतना भी कसौटी: मंगलवार को छत्तीसगढ़ आये 22 प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों ने सीएम से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें छत्तीसगढ़ की स्थिति तथा राज्य की चुनौतियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की चुनौती देश के अन्य राज्यों से कुछ अलग है। उन्होंने युवा अधिकारियों से राज्य की नक्सल समस्या के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में गरीबी और बेरोजगारी जैसी समस्या है। नक्सली यहाँ का विकास नहीं होने देते। जब यहां सड़क बनती है तो लोगों को लगना चाहिए कि ये सड़कें उनके और क्षेत्र के विकास के लिए उन्नति और विकास की राह खोलेगी।