जशपुर जिले में बादलखोल अभयारण्य के समीप रमशमा गांव में हाथी ने एक ग्रामीण के घर की दीवार तोड़कर अन्दर सो रही एक किशोरी को कुचल कर मार डाला। हाथी के इस हमले में बालिका की मां और छोटी बहन भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
दोनों घायलों को कल रात की घटना के बाद उपचार के लिए बगीचा स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है। जशपुर वन मंडल में इन दिनों हाथियों का उत्पात गरीब तबके के लिए परेशानी का सबब बन गया है। कुनकुरी, तपकरा, नारायणपुर और पत्थलगांव क्षेत्र में विचरण कर रहे हाथियों के चार अलग अलग दल के उत्पात से दो दर्जन गांवों में दहशत का वातावरण बना हुआ है।
वन मंडल अधिकारी कृष्ण कुमार जाधव ने आज बताया कि बादलखोल अभयारण्य के समीप हाथी ने विश्वनाथ नाम के ग्रामीण के कच्चे घर की दीवार तोड़कर वहां सो रहे सदस्यों पर हमला कर दिया। इस हमले में ललिता 17 वर्ष की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। इस बालिका की छोटी बहन और मां को उपचार के लिए बगीचा स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है। श्री जाधव ने बताया कि हाथियों के दल पर लगातार निगरानी रखे जाने के बावजूद उत्पात की घटनाओं पर विराम नहीं लग पाया है। ओड़िसा और झारखंड राज्य से लगे दर्जन भर प्रभावित गांवों में ग्रामीणों की बैठक लेकर उन्हें आवश्यक सावधानी बरतने की समझाइश दी जा रही है।
पड़ोसी राज्य से अचानक पहुंचने वाले हाथियों के दल को लेकर ग्रामीणों को सचेत नहीं कर पाने से यहां जनहानि के मामलों में वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि बादलखोल अभयारण्य और नारायणपुर क्षेत्र के जंगलों में मौटे तार का घेरा लगाने के बाद आस पास के आबादी क्षेत्र में जंगली हाथियों के हमले की घटना में काफी कमी आई थी। इस योजना का विस्तार कर ग्रामीणों को राहत देने की पहल की जाएगी।