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पुलिस की इस नई रणनीति से नक्सल हिंसा पर कामयाबी का दावा

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पुलिस की नई रणनीति के तहत मिल रही कामयाबी. ग्रामीण वेश भूषा में पुलिस की मिनी एक्शन टीम {20_25 जवान} को सर्चिंग में भेजकर सफलता पा रहे हैं. जवान ग्रामीण वेशभूषा में नक्सलियों के करीब पहुंच कर कमांडर स्तर के नक्सलियों को मार गिरा रहे हैं. कार्रवाई करने वाली टीम में 20 से 25 जवान शामिल रहते हैं, जो ग्रामीण वेशभूषा में टी शर्ट और लूंगी पहनकर जंगल में घुसते हैं. इसके चलते नक्सली दूर से उन्हें नहीं पहचान पाते और पुलिस के आने की खबर नक्सलियों तक पहुंच नहीं पाती.

जब जवानों को नक्सली पहचानते है तब तक बहोत देर हो जाती है और मुठभेड़ में नक्सली ढेर हो जाते हैं. विधायक भीमा मण्डावी पर हमले के बाद फोर्स ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है. इसी के तहत दिवंगत विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर बम प्लांट कर ब्लास्ट करने वाले मास्टर माइंड नक्सली वर्गीस को भी पुलिस की मिनी एक्शन टीम ने ही मार गिराया था. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मुखबिर की सटीक सूचना पर डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) के चुनिंदा 20 जवानों को रवाना किया जाता है.

हथियारों से लैस ये जवान बाइक से लूंगी, बनियान और टी शर्ट पहने जंगल में पहुंचते हैं. जिसके चलते नक्सली और उनके शुभचिंतक पुलिस को पहंचान नहीं पाते. सपोर्टिंग पार्टी भी सादे ड्रेस में पहुंचती है. डीआरजी के ज्यादातर जवान स्थानीय और सरेंडर कैडर के हैं, जो स्थानीय बोली भाषा और भौगोलिक परिदृश्य को भलीभांति जानते हैं. मिनी एक्शन टीम की सफलता. दंतेवाड़ा एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव का कहना है कि नई रणनीति के तहत फरसपाल थाना स्थित फुलगट्टा जंगल में फोर्स ने मंगलवार दोपहर को दो दर्जन मामलों में स्थायी वारंटी पांच लाख के इनामी नक्सली भैरमगढ़ एरिया कमेटी अध्यक्ष कमलू उर्फ शंकर को मार गिराया. इसके पहले दिवंगत विधायक भीमा मंडावी के हत्या में शामिल मास्टर माइंड नक्सली वर्गीस को भी मार गिराया था.