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बीजापुर में समय सीमा की बैठक में नरूवा, गरूवा, धुरूवा व बाड़ी के लिए तैैयार की गई ; कार्य योजना की समीक्षा की गई

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साप्ताहिक समय सीमा की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर श्री के.डी. कुंजाम ने जिले में नरवा, गरूवा, धुरूवा एवं बाड़ी के संरक्षण  एवं संचालन के लिए अब तक जिले में किए जा रहे कार्यो की समीक्षा की । गांव में गौठान हेतु स्थल चयन किए जाने की जनपदवार समीक्षा की गई। जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों ने अवगत कराया कि गोठान हेतु स्थल चयन कर लिया गया है। कलेक्टर श्री कुंजाम ने कहा  कि राज्य शासन की यह सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजनाओ ंमें से है। इस योजना के माध्यम से ग्रामवासियों के विकास की संकल्पना की गई है। उन्होंने  कहा कि गावों में एक ही स्थान पर पषुओं को रखा जाएगा। उसके अनेक फायदे है। गाय का गोबर एकत्रित कर इसका जैविक खादय के रूप में उपयोग किया जाएगा। इस योजना के लिए गावों वालों को भी समझईष दी जाए कि यहां वहां पषु आवारा न घूमे। इस योजना की महत्ती जिम्मेदारी पषु चिकित्सा विभाग, कृषि, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, तहसीलदार, ग्रामवासियों को समलित प्रयास से क्रियान्वित की जानी है। जिसकी समीक्षा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा प्रति सप्ताह की जाएगी।। इसी प्रकार धुरूवा योजना के तहत अवगत कराया गया कि जिले में 265 नाडेफ टांका का निर्माण पूरा हो चुका है। कलेक्टर श्री कुंजाम  ने कहा कि धुरूवा का गावो के विकास से निकट का संबंध है। धुरूवा को वैज्ञानिक तरिके से तैयार कर गोबर गैस प्लान्ट स्थपित करने की है। इससे प्राप्त गोबर गैस से खाना बनाने के लिए ईधन मिलेगा और किसानों के लिए उपजाउ खाद भी उपलब्ध होगा। इसी तरह जल स्तर को रिचार्ज करने के लिए नरवा एवं तालाबों में जल के संचयन और संवर्धन के लिए संरचनाओं का निर्माण जरूरी है। श्री कुंजाम ने अक्षय चक्र योजना के तहत उद्यानिकी और कृषि विभाग को संयुक्त रूप से प्रयास करने के निर्देष दिए इसमें उन्होने कृषि विज्ञान केन्द्र को भी शामिल करने को कहा। जिले में पेयजल की उपलब्धता सुनिष्चित करने के निर्देष दिए गए। कहा  गया कि जिले में कही भी ग्रीष्मकाल में पेयजल  की किल्लत  न होनेे पाए। जिन स्थानों से नवीन हेण्डपंपों की मांग की गई है। वहां परीक्षणकर आगे की कार्यवाही तय करे। श्री कुंजाम ने स्कूल आश्रमो में साफ-सफाई और बुनियादी सुविधाए आवष्यक रूप से उपलब्ध कराने के निर्देष दिए। उन्होंने कृषि एवं उद्यानिकी विभाग को निर्देष दिए  िकवे आगामी एक सप्ताह में बाड़ी का का एक माडल विकसित करे। इसी तरह जिला चिकित्सालय में साफ सफाई टूट फूट मरम्मत हेतु कार्यपालन यंत्री पीडब्लूडी को निर्देषित किया गया। बैठक में वन अधिकाकार पटटों के संबंध में भी चर्चा की गई। निर्देषित किया गया कि वन विभाग आदिवासी विकास व राजस्व समल्लित रूप से प्रयास करे यह भी शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं में से  एक है। बैठक में आगामी  लोकसभा चुनाव 2019 हेतु  आटो मोड मेें कार्य करने के निर्देष दिए गए। सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देषित किया गया  कि वे मतदान केन्द्रों में एक और बारह के अनुपात में रैम्प का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कराए। महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत आगनबाड़ी  कार्यकताओं, सुपरवाईजर, सीडीपीओ के कार्यो की जानकारी ली गई। नगरपालिका क्षेत्रांें में पेयजल की स्थिति का समीक्षा की गई। जिले में सौभाग्य योजनांतर्गत क्रेडा द्वारा एवं विद्युत विभाग द्वारा कराए जा रहे विद्युतीकरण के कार्यो के प्रगति की समीक्षा की गई। साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में आने वाले समय में स्कूलो में परीक्षा, गौण  खनिजो राषि हेतु जनपदों से प्राप्त किए जाने वालें उपयोगिता प्रमाण पत्र, प्रधानमंत्री आवास जिले में खाद्यान्न की उपलब्धता आदि की समीक्षा की गई। बैठक मंें मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री डी. राहुल वेंकट, अनुविभागीय अधिकारी श्री डी.सी. बंजारे, श्री राणा डिप्टी कलेक्टर उमेष पटेल सहित अन्य अधिकारी गण उपस्थित थे।

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