प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग पहुंचे, जहां 2025 का G20 लीडर्स समिट तीन दिन तक चलेगा। इस साल की थीम है “एकजुटता, समानता औ र सस्टेनेबिलिटी”, और समिट में डिज़ास्टर रेजिलिएंस, कम इनकम वाले देशों के लिए डेब्ट सस्टेनेबिलिटी, सही एनर्जी ट्रांज़िशन और इनक्लूसिव ग्रोथ जैसे अहम विषयों पर चर्चा होगी।

यह समिट इसलिए खास है क्योंकि पहली बार यह अफ्रीकी महाद्वीप पर होस्ट किया जा रहा है। समिट में दुनिया के बड़े नेताओं की मौजूदगी होगी।
G20 की इस साल की प्रमुख प्राथमिकताएं हैं:
- डिज़ास्टर रेजिलिएंस को मज़बूत करना
- कम इनकम वाले देशों के लिए डेब्ट सस्टेनेबिलिटी सुनिश्चित करना
- सही एनर्जी ट्रांज़िशन के लिए फाइनेंस जुटाना
- इनक्लूसिव और सस्टेनेबल ग्रोथ के लिए ज़रूरी मिनरल्स का इस्तेमाल
PM मोदी ने समिट में शामिल होने के लिए जोहान्सबर्ग में शनिवार को साउथ अफ्रीका के प्रेसिडेंट सिरिल रामफोसा से मुलाकात की।
G20 2025 का एजेंडा क्या है?
इस साल का G20 समिट दुनिया के आर्थिक, पर्यावरणीय और सामाजिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगा। डिज़ास्टर रेजिलिएंस और कम आय वाले देशों के लिए आर्थिक मदद, सही ऊर्जा संक्रमण, और स्थिर विकास प्रमुख चर्चा के विषय होंगे। विशेष रूप से साउथ अफ्रीका ने इस समिट में सस्टेनेबल ग्रोथ और मिनरल्स के इस्तेमाल को प्रायोरिटी बनाया है। इसका उद्देश्य यह है कि विकास के लाभ सभी देशों और सभी समाज तक पहुंचे।
PM मोदी की प्रमुख मुलाकातें कौन-कौन सी होंगी?
मोदी ने जोहान्सबर्ग पहुंचने के बाद साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से मुलाकात की। इसके अलावा तीन दिन के समिट में मोदी वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय चर्चा में हिस्सा लेंगे।भारत के एजेंडा में पिछले समिट्स (नई दिल्ली और रियो डी जेनेरियो) के नतीजों को आगे बढ़ाना और वैश्विक दृष्टिकोण को प्रस्तुत करना शामिल है।
G20 समिट से भारत को क्या मिलेगा?
- वैश्विक मुद्दों पर प्रभाव-भारत अपनी प्राथमिकताओं को सामने रख सकेगा।
- कम आय वाले देशों के सहयोग का अवसर-वित्तीय और ऊर्जा सहयोग बढ़ सकता है।
- सस्टेनेबल और इनक्लूसिव ग्रोथ-आर्थिक विकास और पर्यावरणीय संतुलन दोनों को बढ़ावा मिलेगा।
- G20 समिट की थीम क्या है?
- एकजुटता, समानता और सस्टेनेबिलिटी
- कहां हो रहा है समिट?
- पहली बार अफ्रीकी महाद्वीप के जोहान्सबर्ग, साउथ अफ्रीका में
- PM मोदी की प्रमुख मुलाकातें कौन-कौन से नेताओं से होंगी?
- साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति और अन्य G20 लीडर्स के साथ
इस साल का G20 क्यों खास है?
- यह पहली बार है जब समिट अफ्रीका में होस्ट किया गया है।
- वैश्विक नेताओं के लिए यह डिज़ास्टर रेजिलिएंस और कम आय वाले देशों की डेब्ट समस्याओं पर चर्चा का मौका है।
- सस्टेनेबल ग्रोथ और एनर्जी ट्रांज़िशन के लिए फाइनेंस जुटाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
- पिछले समिट्स के निर्णयों को आगे बढ़ाने का अवसर।



