छत्तीसगढ़ के रायपुर में ऑनलाइन ठगी रोकने के लिए पुलिस ने बड़ी बैठक की. यह बैठक लीड बैंकों के लीगल अधिकारियों के साथ की. इस दौरान पुलिस ने बैंकों के लीगल हेड को कई निर्देश दिए.
छत्तीसगढ़ की रायपुर में पुलिस अधिकारियों और बैंकों के लीगल हेड की महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस बैठक में बैंक फ्रॉड और ऑनलाइन ठगी रोकने को लेकर बैंक के लीगल हेड को कई सारे दिशा निर्देश दिए गए. खासकर ऑनलाइन ठगी के मामलों में पीड़ितों को तत्काल राहत उपलब्ध कराने की बात कही गई.
ऑनलाइन ठगी रोकने के लिए पुलिस अधिकारियों की बैठक
पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा के निर्देश पर बीते सोमवार को रायपुर पुलिस के एसएसपी, एएसपी और डीएसपी रैंक के अधिकारियों ने बैठक की. रायपुर के सिविल लाईन रायपुर स्थित सी-4 भवन के सभाकक्ष में रायपुर के लीड बैंक मैनेजर व विभिन्न बैंकों के लीगल हेड अधिकारियों की बैठक ली गई.
बैंक अधिकारियों को पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करने और नवीन कार्य योजना तैयार कर ठगी सहित अन्य मामलों में कार्य करने की जानकारियों को आदान-प्रदान करने के मामले में चर्चा की गई. इसके अलावा अपराधों को रोकने, पुलिस और बैंक मिलकर कैसे किसी अपराधी को पकड़ सकती है? कैसे किसी भी पीड़ित का पैसा त्वरित कर वापस कराया जा सकता है? इसे और बेहतर कैसे किया जा सकता है? इसके संबंध में चर्चा की गई.
बैठक में इन बिन्दुओं पर चर्चा की गई
- ऑनलाईन ठगी का शिकार होकर बैंक में उपस्थित होने वाले प्रार्थी को दूसरे जगह न भेजकर टोल फ्री नंबर 1930 मे कॉल करने के प्रेरित करें या साइबर क्राईम रिपोर्ट पोर्टलपर जाकर रिपोर्ट करने कहे. दूसरे बैंक में न भेजे. साइबर क्राईम रिपोर्टिंग पोर्टल का टोल फ्री नंबर 1930 का बैंक में चस्पा करें.
- बैंक में यदि कोई खाता खुलवाने आता है. उसके भौतिक सत्यापन जैस मोबाईल कॉल कर/मैसेज के माध्यम से रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर कर सत्यापन करें.
- कार्पाेरेट खाता खोलते समय सत्यापन करें व 15 दिवस बाद पुनः दिए गए पते पर जाकरसत्यापन करें.
- बैंक में सीसीटीवी कैमरा होने के संबंध में स्पष्ट लिखकर चस्पा करें. बैंक के प्रवेश व पिछले हिस्से में सीसीटीवी कैमरा लगाने निर्देश दिए गए.
- संदेही ट्रान्जेक्शन के संबंध में बैंक क्या करती हैं? इसकेसंबंध में विस्तृत चर्चा की गई.
- डिमाण्ड ड्राफ्ट का वेरिफाई करने के उपरांत ही रकम ट्रान्सफर करने कहा गया.
- बैंक खाता खोलते समय गांरेटर का उपयोग करने निर्देश दिया गया.
- चौथी स्तर के बाद डिस्ट्रीब्युट एमाउण्ट को वेरिफाई कर रकम को होल्ड कर बैंक खाता को चालू रखने कहा गया.
- लीगल डिपार्टमेंट के लिए एक बैंक अधिकारी नियुक्त करने के साथ ही लीगल डिपार्टमेंट में एक मोबाइल नंबर जारी करे, ताकि अधिकारी का स्थानातंरित होने पर परेशानी न हो.
- बैंक में बार-बार खाता खोलने वाले व्यक्ति विशेष को चिन्हाकिंत कर जानकारी पुलिस को प्रेषित करने के लिए कहा गया.
- पुलिस द्वारा जानकारी मांगे जाने पर तत्काल जानकारी भेजना सुनिश्चित करें ताकि प्रकरण की अग्रिम कार्रवाईमें बाधा उत्पन्न न हों.