केंद्र सरकार के संयुक्त सचिव एवं आकांक्षी जिले के अन्तर्गत बस्तर जिले के लिए नियुक्त प्रभारी अधिकारी मनोज पिंगुआ ने मंगलवार को कलेक्टोरेट में आकांक्षी जिले के विभिन्न पैरामीटर के अन्तर्गत हुई प्रगति की समीक्षा की। पिंगुआ ने कौशल उन्नयन के विभिन्न मापदण्डों की समीक्षा के दौरान कहा कि नगरनागर स्टील प्लांट जल्द शुरू होने वाला है। इसके साथ ही इसके अनेक सहायक उद्योगों केी स्थापना भी होगी, जिसमें स्किल्ड मेनपावर की आवश्यकता होगी। इसलिए इन उद्योगों की जरूरत के मुताबिक स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित किया जाए। बैठक में बस्तर संभाग के कमिश्नर धनंजय देवांगन और जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी प्रभात मलिक सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में पिंगुआ ने स्वास्थ्य एवं पोषण, आंगनबाड़ी में मिल रही सुविधाओं आदि की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि बस्तर जिले में 31 उपस्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में परिवर्तित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य एवं पोषण सहित विभिन्न क्षेत्रों के इंडिकेटर्स में निर्धारित मापदण्डों का पालन किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि आंकड़ों में एकरूपता हो। शिक्षा के स्तर की समीक्षा के दौरान ड्राॅप आउट बच्चों की पहचान करने के निर्देश दिए।