छत्तीसगढ़ में गरियाबंद जिले के उदंती अभयारण्य में राजकीय पशु वन भैंसा श्यामू (जंगली भैंसा) की मौत के कारणों का एक महीने बाद खुलासा हो गया है. बता दें कि गत 29 दिसंबर को बरदूला के जंगल में 22 वर्षीय श्यामू को मृत पाया गया था. तब श्यामू की मौत पर ग्रामीणों ने कई सवाल खड़े किए थे. वहीं मामले में संबंधित अधिकारी पोस्टमार्ट रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहने का दावा कर रहे थे. अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अधिकारियों ने श्यामू की मौत के कारणों का खुलासा कर दिया है.
अभयारण्य के डीएफओ विवेकानंद रेड्डी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए श्यामू की मौत को नेचुरल डेथ बताया है. उन्होंने कहा कि प्रिलिमनरी रिपोर्ट उन्हें मिल चुकी है, जिसमें श्यामू की मौत सामान्य होना बताया गया है. हालांकि पोस्टमार्टम की फाईनल रिपोर्ट अभी आना बाकी है.
बहरहाल, पहली रिपोर्ट आने के बाद भले ही विभाग के अधिकारी खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हों, लेकिन सबसे बड़ा सवाल अभी भी बना हुआ है कि गले में कॉलर आईडी लगे होने के बाद भी अधिकारियों को श्यामू की मौत की जानकारी क्यों नहीं मिली. बता दें कि श्यामू की लाश बरदूला के जंगलों में पड़ी रही और मौत के दो से तीन दिन बाद स्थानीय लोगों ने इसकी खबर वन अधिकारियों को दी थी, जबकि कॉलर आईडी लगाते समय अधिकारियों द्वारा वन भैंसों के पल-पल की खबर अपडेट रखने का दावा किया गया था.