“Mandi Bhav : क्या प्याज की कीमतो में आएगा तगड़ा उछाल? आ गई रिपोर्ट”
Aaj Ka Bhav : बढ़ती महंगाई के इस दौर में आजकल हर चीज महंगी होती जा रही है। सब्जियों की कीमतों में भी आए दिन इजाफा होता जा रहा है। सब्जियों के बढ़ रहे भाव आम आदमी के लिए एक परेशानी का कारण बनते जा रहे है।
अंदाजा लगाया जा रहा है कि प्याज की कीमतों में जल्द ही तगड़ा उछाल आने वाला है। आइए चेक करते है प्याज की कीमतें क्या है और कितने दिन बाद इतमें इजाफा होने वाला है। बीते कई महीनों से देश भर में प्याज की कीमतें स्थिर हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि फेस्टिव सीजन से ठीक पहले प्याज के भाव में काफी बढ़ोतरी हो सकती है। आपको बता दे कि भारत से आयात पर बांग्लादेश ने पाबंदी हटाने का फैसला लिया है।
ऐसे में अगले दिनों प्याज की कीमतों (Onion Price) में इजाफा देखने को मिल सकता है। एक्सप्रेस का कहना है कि देश में फिलहाल पर्याप्त स्टॉक है जिसकी वजह से कीमतों पर कुछ हद तक काबू पाने में सहायता होगी। लेकिन बांग्लादेश की खरीदारी का पैमाना तथा गति भी रेट को तय करने में एक अहम फैक्टर साबित होगा।
भारत से प्याज का सबसे बड़ा खरीदार बांग्लादेश है। ये देश अपनी जरूरत का करीब 40% प्याज केवल भारत से खरीदता है। घरेलू बाजार (domestic market) में महंगे प्याज की वजह से बांग्लादेश ने इसके आयात पर पाबंदी हटाने का फैसला लिया है।
एक मीडिया रिपोर्ट से पता चला है कि बांग्लादेश के लिए भारत से प्याज का निर्यात (onion export from india) हाल ही में शुरू हुआ है। अभी खेप सीमित ही है। अगर खरीदारी में तेजी आती है तो प्रीमियम और सामान्य ग्रेड के प्याज की खुदरा कीमतें अगले सप्ताह में बढ़ सकती हैं।
इन दिनों इतने रूपये किलों बिक रहा है प्याज प्याज की कीमतें (pyaj ki kimte) अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग है। महाराष्ट्र के नासिक की लासलगांव मंडी में प्याज की कीमतों (Onion price in Lasalgaon Mandi) की बात करें तो क्वॉलिटी के आधार पर 1,400-1,900 रुपये प्रति 100 किलो के बीच हैं। कंज्यूमर मामालों के मंत्रालय के अनुसार, सोमवार तक खुदरा कीमत 27.37 रुपये प्रति किलो थी।
कदम से कीमतों में इजाफा होने की उम्मीद नही प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी की आशंका के बावजूद, भारत में रबी प्याज के पर्याप्त स्टॉक से असर कम करने में मदद मिलेगी। पर्याप्त रबी स्टॉक और स्थिर सप्लाई की वजह से प्याज के दाम में एकदम बड़ी बढ़ोतरी की संभावना नहीं है। सरकारी अनुमान के अनुसार, अबकी बार पिछले साल से 18% ज्यादा है।
चालू मौसम में खरीफ प्याज का उत्पादन (Kharif onion production) भी बढ़ने की संभावना है। महाराष्ट्र जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में खेती का रकबा बढ़ा है और शुरुआती बारिश अनुकूल रही है।
इंटेलिजेंस का अनुमान है कि खरीफ प्याज उत्पादन (onion production) में 1-3% की बढ़ोतरी होगी। इससे भी कीमतों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। सरकार ने इस सीजन में 3 लाख टन प्याज की खरीद की है, जिसे सितंबर-नवंबर के बीच बाजार में उतारा जाएगा। यही समय रबी और खरीब फसलों के बीच का समय होगा।
बारिश भी बन सकती है खतरा महाराष्ट्र के इलाकों में तेज बरसात भी प्याज की कीमतों के लिए एक परेशानी बन सकती है। नासिक में सामान्य से 103% और पुणे में 132% अधिक बारिश दर्ज की गई। कर्नाटक के चित्रदुर्ग में 154% और बीजापुर में 242% अधिक बारिश हुई। इन परिस्थितियों से स्थानीय स्तर पर चिंताएं बढ़ी हैं, जिसमें मध्यम उपज तनाव और फंगल रोग शामिल हैं।
इस दौरान जरूरत से ज्यादा नमी से बीमारी बढ़ सकती है और प्याज को नुकसान हो सकता है। इससे क्वॉलिटी और स्टोरेज पर भी असर पड़ता है। IMD के अनुसार, नासिक और पुणे के कुछ हिस्सों में बारिश का दौर जारी रह सकता है।