“पड़ोसियों को ‘खुश’ करने के लिए मार्क जुकरबर्ग बंटवा रहे हेडफोन! आखिर किस बात की नाराजगी?”
दुनिया की दिग्गज टेक कंपनियों में शुमार, मेटा को चलाने वाले मार्क जुकरबर्ग और उनके पड़ोसियों के बीच बरसों से विवाद है। कई बार शिकायतों का दौर चला है, लेकिन जुकरबर्ग की तरफ से इसे सुलझाने के लिए गिफ्ट्स का सहारा लिया जाता है।
रिपोर्टों के अनुसार, मेटा के सीईओ जुकरबर्ग, पालो ऑल्टो इलाके में अपने पड़ोसियों को कथित तौर पर नॉइस कैंसिलेशन वाले हेडफोन दे रहे हैं। उनके घर में चल रहे निर्माण के कारण हो रही शिकायतों के बाद जुकरबर्ग की तरफ से हेडफोन दिए जा रहे हैं। कहा जाता है कि गुजरे 14 साल में जुकरबर्ग ने एजवुड ड्राइव और हैमिल्टन एवेन्यू पर 11 घर खरीदने में 110 मिलियन डॉलर से ज्यादा खर्च किए हैं। इन्हें रेनोवेट करने की वजह से काफी शोर हुआ।
प्रॉपर्टीज को बदलने का काम न्यू यॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट कहती है कि जुकरबर्ग ने जिन घरों को खरीदा, उनमें से कई को गेस्ट हाउस, गार्डन और स्वीमिंग पूल तक में बदला गया है। मार्क ने अपने बच्चों के लिए एक प्राइवेट स्कूल भी खोला था जो ज्यादा दिनों तक नहीं चल सका। उन्होंने अपने कंपाउंड के नीचे भी कंस्ट्रक्शन करवाया है। इन सभी कामाें की वजह से होने वाले शोर से जुकरबर्ग के पड़ोसी काफी परेशान हैं। जुकरबर्ग इससे निपटने के लिए हेडफोन के अलावा, स्पार्कलिंग वाइन और डोनट्स जैसी चीजें भिजवा चुके हैं। लेकिन इससे उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ।
कई बार हो चुका है पड़ोसियों से विवाद रिपोर्ट के अनुसार, जुकरबर्ग और उनके पड़ोसियों के बीच कई बार विवाद हुआ है। पड़ोसी, जुकरबर्ग की हरकतों से खुश नहीं हैं। निर्माण कार्यों के कारण सड़कें बंद होने, मलबा जमा होने, शोर होने से उन्हें परेशानी होती है। जुकरबर्ग जहां रहते हैं, वहां काफी गश्त भी की जाती है और यह भी पड़ोसियों के गुस्से का कारण बन रही है। कई बार इसको लेकर शिकायतें की गई हैं, जिनसे निपटने के लिए जुकरबर्ग की तरफ से तोहफे भिजवाए गए, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ है।
‘शांत इलाका बन गया पार्टियों का अड्डा’ रिपोर्ट के अनुसार, जुकरबर्ग के पड़ोसियों का कहना है कि कभी इलाका बेहद शांत हुआ करता था। जुकरबर्ग जहां रहते हैं वहां वकील, ऑफिसर और प्रोफेसर रहा करते थे। अब इस इलाके में काफी निर्माण होता है। शोर होता है और पार्टियों का अड्डा बन गया है इलाका। जिस पालो ऑल्टो क्षेत्र का जिक्र रिपोर्ट में किया गया है, वहां 2016 में जुकरबर्ग के चार घरों को गिराकर नया भवन और बड़ा बेसमेंट बनाने की तैयारी थी, लेकिन योजना नामंजूर कर दी गई। कहा जाता है कि कथित तौर पर फिर वहां छोटे-छोटे चरणों में निर्माण करवाए गए थे।