CG: मंत्रिमंडल विस्तार के बाद सियासत गरमा गई है, विपक्ष लगातार सरकार पर आरोप लगा रहा है, इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा ..
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद सियासत गरमा गई है। विपक्ष लगातार सरकार पर आरोप लगा रहा है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पार्टी में अधिकांश कार्यकर्ता केवल दरी उठाने और झंडा लगाने तक ही सीमित हैं, जबकि दूसरे दलों से आए नेताओं को वहां बड़ी कुर्सी मिलती है।
बघेल ने डिप्टी सीएम अरुण साव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि यदि यह बात उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा बोलते तो समझ में आता, वह कानून के जानकार नहीं है। अरुण साव कहते हैं कि जो हाईकोर्ट में वकील भी रहे हैं, विधि विधायी मंत्री रहे हैं। उनका 14 मंत्रिमंडल को सही बताना, हरियाणा का उदाहरण देना घोर आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा कि अरुण साव को बताना चाहिए कि लोकसभा, विधानसभा, सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट में ये कब पारित हुआ। हरियाणा के मामले में स्टे नहीं मिला है, इसलिए वहां 14 मंत्री चल रहे हैं। यहां पूरा मंत्रिमंडल असंवैधानिक है। यदि असंवैधानिक कृत्य हुआ है तो कोई भी निर्णय लेंगे वो संवैधानिक नहीं होगा। प्रदेश में संविधान की समस्या खड़ी हो गई है। संविधान के विपरीत जाकर मंत्रिमंडल का गठन होता है तो फिर वह जो फैसला लेंगे वह सही होगा या गलत।