अपने ही छोटी बहन के बच्चे का अपहरण कर लाखों रुपये में बेचने के मामले में पुलिस ने महिला समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस सभी आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।
जुलाई माह में छोटी बहन संगनी और उसके प्रेमी ने पीड़िता को ट्रेन का टिकट देकर दानापुर स्टेशन तक छोड़ने आए थे। और स्टेशन पर दोनों पीड़िता के 8 माह के बच्चे को गोद में लेकर खाना लाने के बहाना बनाकर गायब हो गए। इसी दौरान ट्रेन छूट गई। पीड़िता को बच्चे के अपहरण की आशंका हुई। उसने घर लौटने पर घटना की जानकारी अपने पति को दी। जिसके बाद महिला थाना में मामला दर्ज कराया।
पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल शुरू की। आरोपी संतोष पाल के मोबाइल नंबर के लोकेशन को खंगला गया। और आरोपी संतोष पाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। जिसके बाद पुलिस ने संगनी बाई ,प्रदीप कुमार, डॉ. बादल और गौरी महतो को भी हिरासत में लिया गया।
पुलिस के पूछताछ में सभी आरोपियों ने बताया कि आरोपिया संगनी बाई ने अपनी ही छोटी बहन के बेटे को प्लानिंग के तहत पटना बुलाकर अपहरण किया और आरोपी प्रदीप को सौंप दिया। प्रदीप ने बच्चे को डॉ. बादल के हवाले किया। इसके बाद डॉ. प्रदीप ने 7 लाख में गौरी महतो को बेच दिया। आरोपी गौरी महतो की कोई संतान नहीं है, पारिवारिक विवाद में संपति के वारिस की जरूरत पड़ रही थी। इस कारण से उसने अपने परिचित डॉ. बादल से संपर्क किया और बच्चा गोद दिलाने को कहा।