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छतरपुर जिला अस्पताल में डॉक्टर ने पटककर मारा और घसीटा, 77 साल के बुजुर्ग को8520/

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मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला से एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिला चिकित्सालय 963.*-के वायरल वीडियो में अस्पताल के डॉक्टर एक 77 वर्षीय वृद्ध की पिटाई करते हुए नजर आ रहे हैं. इसमें साफ नजर आ रहा है कि उन्होंने पहले बुजुर्ग की पिटाई की और उसके बाद उसे घसीटते हुए अस्पताल पुलिस चौकी में धमकाते हुए बंद करने की कोशिश करने लगे. वीडियो 17 अप्रैल का बताया जा रहा है.

क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के अनुसार, 17 अप्रैल 2025 को सुबह 11:30 बजे 77 वर्षीय एक वृद्ध को डॉक्टर ने जिला अस्पताल में पीटा और इसके बाद उसे पीटते हुए अस्पताल पुलिस चौकी में धमकाते हुए बंद करने की कोशिश की. जब लोगों ने वीडियो बनाई, तो डॉक्टर वहां से रफू चक्कर हो गए. यह 14 नंबर में बैठे हुए डॉक्टरों की करामात है. 17 अप्रैल का वीडियो 19 अप्रैल को सामने आने के बाद जिला में इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

मरीज ने बताई आप बिती
उधवलाल जोशी नामक बुजुर्ग ने बताया कि उनकी पत्नी को कई दिनों से पेट के नस की समस्या थी. इसके लिए वे लाइन में लगे थे. तभी डॉक्टर आया और भीड़ अधिक होने के कारण पूछने लगा कि लाइन में क्यों लगे हो. उधवलाल का आरोप है कि डॉक्टर ने उनके साथ बहस के दौरान उन्हें कान के पास थप्पड़ मारा, फिर घसीटते हुए अस्पताल चौकी लेकर आए.

होगी सख्त कार्रवाई’
वायरल वीडियो को लेकर डॉक्टर जीएल अहिरवार से एनडीटीवी ने बात की. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का वीडियो वायरल हो रहा है, इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. मामले की गहराई से जांच होगी.

पहले भी विवादों में रहा है छतरपुर अस्पताल
वायरल वीडियो को लेकर पूरे जिले में इसकी चर्चा है. बता दें कि इससे पहले भी छतरपुर अस्पताल विवादों में रहा है. आए दिन यहां मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. अप्रैल महीने में ही ये अपनी तरह का तीसरा मामला है. इससे पहले, 8 अप्रैल को एक्सीडेंट में 11 लोग घायल हुए थे. इन्हें 24 घंटे तक कोई इलाज नहीं मिला था. इसके बाद जब डॉक्टर से बेटे ने कहा कि सर इलाज कर दीजिए, तो डॉक्टर बोले इसी का इलाज करना है.

बीते दिनों जिला अस्पताल में इलाज कराने आए एक उपाध्याय परिवार की महिला मरीज को 24 घंटे तक डॉक्टर अरविंद सिंह द्वारा इलाज नहीं दिया गया और इस लापरवाही के चलते मरीज की मौत हो गई थी. इस मामले में पीड़ित परिवार ने 108 और सिविल सर्जन के पास लिखित शिकायत की थी. इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. 0/