खास बात यह है कि जो खाद यानी डीएपी सोसाइटियों में नहीं है, वह खुले बाजार में मिल रही है, पर कीमत ज्यादा है। बाजार में अभी 1750 रुपए कीमत चल रही है, जो पीक टाइम में और बढ़ेगी। हालात को देखते हुए अभी कृषि विभाग की सलाह पर मार्कफेड किसानों के लिए डीएपी की जगह अन्य खाद सोसायटियों को दे रहा है। हालांकि अभी भी सरकार का दावा है कि राज्य में उवर्रकों की कमी नहीं है, पर इसमें पी शामिल नहीं है।
अभी खाद के स्टॉक का ये ब्योरा : सहकारिता क्षेत्र में अपेक्स बैंक के सूत्रों के अनुसार इस समय सोसायटियों में करीब सभी प्रकार की चार लाख टन खाद उपलब्ध कराई जा चुकी है। इसमें यूरिया, सुपर फॉस्फेट, डीएपी, एनपीके, एमओपी व अन्य शामिल हैं। इसमें से किसान करीब डेढ़ लाख क्विंटल खाद का उठाव कर चुके हैं। रायपुर, गरियाबंद, बलौदाबाजार, सहित अन्य जिलों में खाद की उपलब्धता बताई गई है।