पाकिस्तान भारत के लिए मुसीबत खड़ी करता रहता है. वहीं, भारत में मौजूद पाकिस्तानी भी इसमें पीछे नहीं हैं. पहलगाम हिंदू नरसंहार के बाद जब पाकिस्तान के लोगों को भारत ने निकालने का फैसला किया तो पाकिस्तानियों ने एक नई चाल चल दी. भारत में मौजूद सैकड़ों पाकिस्तानी नागरिकों ने अपने पासपोर्ट और दस्तावेज फाड़कर एक नया संकट खड़ा कर दिया है. इस हरकत ने उनकी वापसी की प्रक्रिया को जटिल बना दिया है, क्योंकि बिना दस्तावेजों के पाकिस्तानी अधिकारी इन्हें स्वीकार करने से इनकार कर रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियों की ओर से पूरे देश में छापेमारी की जा रही है, जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. ज्यादातर पाकिस्तानी नागरिक अपने दर्ज पतों से गायब हैं. अब भारत सरकार के सामने सवाल है कि इन लोगों को जेल में रखा जाए, जबरन वापस भेजा जाए, या कोई दूसरा रास्ता निकाला जाए.
पाकिस्तान से भारत आने वाले हजारों नागरिकों में से अब तक केवल 1,000 के आसपास ही वापस भेजे जा सके हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए लोगों में से कई ने अपने पाकिस्तानी पासपोर्ट और अन्य जरूरी दस्तावेज नष्ट कर दिए हैं. इसके चलते वाघा-अटारी बॉर्डर पर पाकिस्तानी अधिकारी इन्हें लेने से मना कर रहे हैं. यह स्थिति भारत के लिए बड़ी चुनौती बन गई है, क्योंकि बिना दस्तावेजों के इन लोगों की पहचान और वापसी का रास्ता तलाशना मुश्किल हो रहा है.