दिल्ली के दक्षिण-पश्चिम जिले में एक-एक कर तीन ऐसी घटनाएं घटी, जिसने कई दिलों को झकझोर कर रख दिया. वहीं, इन मामलों को सुलझाने में जुटी पुलिस के माथे पर पसीना आ गया. करीब एक महीने तक चली इस जांच में दिल्ली पुलिस की टीम को कभी दिल्ली से उन्नाव, तो कभी दिल्ली से मानेसर के बीच ना जाने कितने चक्कर काटने पड़े. गनीमत नहीं कि इन जद्दोजहद का नतीजा सकारात्मक रहा.
पुलिस के अनुसार पहला मामला वसंत विहार इलाके का है. 25 मार्च को एक शिकायत मिली कि इलाके में रहने वाली एक 27 वर्षीय युवती लापता है. वसंत विहार थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया और युवती की तलाश शुरू कर दी. सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में युवती एक बैग लेकर घर से निकलती दिखी, फिर एक ऑटो में बैठती नजर आई. ऑटो का नंबर धुंधला होने की वजह से पुलिस को कोई मदद नहीं मिल सकी.
इसके बाद पुलिस ने युवती के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) खंगालना शुरू किए. कॉल डिटले से पता चला कि युवती संजीत नाम के एक युवक से लगतार संपर्क थी. संजीत का भी कॉल रिकॉर्ड खंगाला गया. संजीत के कॉल डिटेल से पता चला कि वह उत्तर प्रदेश के उन्नाव का रहने वाला है और जिस दिन युवती गायब हुई थी, उस दिन संजीत की लोकेशन कश्मीर गेट बस स्टैंड पर थी. इसके बाद, उसकी लोकेशन लगातार उन्नाव के रायपुरगढ़ी में मिली.