पहलगाम की बैसरन घाटी में मासूम पर्यटकों का नरसंहार करने के बाद भी पाकिस्तान की ओर से नापाक हरकत लगातार की जा रही है. पाकिस्तानी सुरक्षाबलों की ओर से 25 और 26 की दरम्यानी रात में फिर से सीजफायर उल्लंघन करते हुए गोलीबारी की गई. इंडियन आर्मी ने LoC पर पाकिस्तानियों को ऐसा जवाब दिया कि सब के सब डर से अपने बिल में जा छुपे. पाकिस्तानी सेना ने LoC पर कई पोस्ट से फायरिंग शुरू की थी. फायरिंग के लिए छोटे हथियारों का इस्तेमाल किया गया था. फायरिंग में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. एक दिन पहले भी पाक ने फायरिंग की थी. पाकिस्तान ने छोटे हथियारों से तकरीबन 600 राउंड फायर किए थे. जवाब में भारतीय सेना ने 1300 राउंड फायर कर पाक फौज का मुंह बंद कर दिया. बारामूला के टूटमारी गली सेक्टर में पाक सेना ने फायरिंग की थी. इसके अलावा पाकिस्तान फौज ने पीओके में भी कई जगह फायरिंग की थी.
उधर, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 20 साल के सैयद आदिल हुसैन शाह ने पर्यटकों को बचाने का प्रयास करते हुए अपनी जान गंवा दी. युवक के बलिदान पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उसके परिवार से वीडियो कॉल पर बात की और उन्हें पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता सौंपी. सहायता राशि का चेक शिवसेना कार्यकर्ताओं और सीमा अधिकारियों ने व्यक्तिगत रूप से सैयद आदिल हुसैन शाह के परिवार वालों को दिया. इस अवसर पर एकनाथ शिंदे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सैयद के परिवार से बातचीत की और हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए सांत्वना दी. पहलगाम में पर्यटकों को घुड़सवारी कराकर आजीविका चलाने वाले सैयद आदिल ने हमले के दौरान असाधारण बहादुरी का परिचय दिया. जब आतंकवादियों ने गोलीबारी की तो सैयद ने अपने साथ यात्रा कर रहे एक पर्यटक को बचाने के लिए एक आतंकवादी का हथियार छीनने की कोशिश की. संघर्ष के दौरान उन्हें गोली लग गई थी.