पुणे के बड़े कारोबारी के अपहरण और हत्याकांड मामले में बिहार पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस अपहरण और हत्याकांड की कई परतें खुल गई हैं और इस गिरोह के बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया गया है. पुलिस ने यह भी बताया है कि व्यवसायी की हत्या नालंदा में की गई थी और वहां से इनके शव को लाकर जहानाबाद में फेंक दिया गया था. पुलिस ने इस मामले में जो खुलासे किये हैं वह काफी हैरान करने वाला है क्योंकि यह गिरोह अपना पूरा नेटवर्क चलाता है और यह बड़े व्यापारियों को झांसे में लेने के लिए बड़े ही शातिर तरीके से काम करता था. पटना के एसएसपी अवकाश कुमार ने इस मामले का खुलासा करते हुए कई चौंकाने वाली बातें बताईं.
पुलिस के अनुसार, अपराधियों का यह बड़ा नेटवर्क बड़े ही शातिराना तरीके से क्राइम को अंजाम देता है. बीते 3 महीने में ही 6 बड़े कारोबारियों का अपहरण किया जा चुका है और ₹700000 से 4000000 लाख रुपए तक की वसूली इस गिरोह के लोग करते थे. जानकारी के अनुसार, यह गिरोह जाल बिछाता था और जीमेल के बाद माध्यम से स्क्रैप की नीलामी का झांसा देकर व्यवसायियों को अपने चंगुल में फंसाता था और फिर डील होती थी. जब व्यवसायी ट्रैप में आ जाते तो इसके बाद उनको ठेका दिलाने या स्क्रैप का माल देने के बहाने बिहार बुलाया जाता है और फिर उसका अपहरण कर वसूली की जाती.