छत्तीसगढ़ : बिलासपुर नगर निगम के नवनिर्वाचित मेयर और पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह शुक्रवार को मुंगेली नाका चौक के मैदान में भारी अव्यवस्था के बीच संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का कार्यक्रम स्थगित होने के कारण केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू और उप मुख्यमंत्री अरुण साव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान एक बड़ी चूक हो गई। शपथ लेते समय मेयर पूजा विधानी ने “संप्रभुता” शब्द की जगह “सांप्रदायिकता” पढ़ दिया। जैसे ही यह गलती हुई, मंच पर हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने तुरंत आपस में चर्चा की और उन्हें दोबारा शपथ दिलाई गई, लेकिन इस बार भी वह हड़बड़ा गईं। शपथ ग्रहण के दौरान पार्षदों की ओर से भी खूब गड़बड़ियां हुईं। कुछ पार्षदों ने शपथ के शब्दों को उल्टा-पलटा पढ़ दिया, जिससे समारोह में ठहाके गूंज उठे। स्थिति संभालने के लिए कलेक्टर को स्वयं इमला बोलकर पार्षदों से शपथ दोहरवानी पड़ी। अव्यवस्था का आलम यह था कि प्रवेश द्वार पर तैनात पुलिस कर्मियों ने कई पार्षदों को अंदर जाने से रोक दिया। मंच से उद्घोषक को घोषणा करनी पड़ी कि वे पार्षद हैं और उन्हें अंदर जाने दिया जाए। इसके बाद ही उन्हें एंट्री मिल सकी। समारोह स्थल पर निर्धारित समय 11 बजे तक अपेक्षित भीड़ नहीं जुटी, जिससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई। आनन-फानन में अधिकारियों ने सफाई कर्मियों और मितानिनों को बुलवाकर भीड़ बढ़ाने की कोशिश की। पूजा विधानी शहर की 12वीं और दूसरी महिला महापौर बनी हैं। इससे पहले 10 साल पहले वाणी राव पहली महिला मेयर के रूप में निर्वाचित हुई थीं। इस बार नगर निगम के 70 वार्डों में भाजपा ने 49 वार्डों में जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस को 18 सीटें मिलीं। तीन निर्दलीय पार्षद भी चुने गए। शपथ ग्रहण की प्रक्रिया को व्यवस्थित करने के लिए 70 पार्षदों को 10-10 के समूह में बुलाकर शपथ दिलाई गई।