छत्तीसगढ़ के बस्तर में हर साल की तरह इस साल भी चित्रकोट महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इस दो दिवसीय महोत्सव में सांस्कृतिक आयोजन के साथ ही खेलकूद की गतिविधियां भी आयोजित की जा रही हैं !
इस पूरे आयोजन में प्रशासन दिल खोलकर खर्च कर रहा है.
गौरतलब है कि जिस जगह इस महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है वहां सूखती इंद्रावती नदी को बचाने के लिए प्रशासन की तरफ से धरातल पर कोई ठोस पहल दिखाई नहीं दे रही है.
बस्तर की प्राणदायनी कही जाने वाली इंद्रावती नदी का जलस्तर लगातार कम होता जा रहा है. फरवरी माह से ही इंद्रावती नदी में जल संकट गहराने लगा है.
जिसका असर देश में मिनी नियाग्रा के नाम से मशहूर चित्रकोट जलप्रपात में भी देखने को मिल रहा है.
धीरे-धीरे चित्रकोट वाटरफॉल की धारा कम होती जा रही है, लेकिन प्रशासन इसके लिए बिल्कुल भी गंभीर नजर नहीं आ रहा है.