छत्तीसगढ़ : केंद्रीय मंत्री के साथ बैठक में शामिल प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी।
छत्तीसगढ़ ने केंद्र सरकार से प्रदेश में स्टेट कैपिटल रीजन बनाने, इंडस्ट्रियल कारिडोर, रेलवे विस्तार समेत कई सुविधाओं के लिए आर्थिक सहायता मांगी है। इसके अलावा राज्य में टेक्सटाइल पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना का भी अनुरोध किया है।
दिल्ली के भारत मंडपम, प्रगति मैदान में आयोजित बजट पूर्व बैठक में छत्तीसगढ़ के वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने अपने सुझाव व राज्य हित के प्रस्ताव दिए। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी के साथ ही अन्य राज्यों के वित्तमंत्री उपस्थित रहे। केंद्र सरकार आगामी केंद्रीय बजट 2024-25 के लिए प्रस्ताव व सुझाव लेने को सभी राज्यों और विधानमंडल वाले केंद्र शासित प्रदेशों के वित्त मंत्रियों के साथ बजट पूर्व बैठक कर रही है।
”वित्त मंत्री ने गिनाई आवश्यकताएं”
ऐसा होगा स्टेट कैपिटल रीजन
रेल नेटवर्क का अभाव : ओपी चौधरी ने राज्य में रेल नेटवर्क का विस्तार की मांग करते हुए बताया कि प्रदेश में खनिज संसाधनों की प्रचुरता के कारण खदानों से खनिज का परिवहन पर्याप्त रेल नेटवर्क के अभाव में अधिकांशतः सड़क मार्ग से होता है। रेल द्वारा माल और यात्री परिवहन सड़क मार्ग की तुलना में सस्ता होने व औद्योगिक विकास के लिए कारण रेल नेटवर्क का विस्तार अत्यंत आवश्यक है।
कारिडोर को रायपुर से जोड़ने की जरूरत : वित्तमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की एक भी इंडस्ट्रियल कारिडोर परियोजना छत्तीसगढ़ राज्य से नहीं गुजरती है। उन्होंने नागपुर-रायपुर-विशाखापटनम नवीन इंडस्ट्रियल कारिडोर विकसित करने अथवा वर्तमान प्रस्तावित कारिडोर से रायपुर को जोड़ने की जरूरत बताई।
दुर्गम क्षेत्रों तक सड़क : प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत दुर्गम वन क्षेत्रों में निर्मित सड़कों के संधारण के लिए बजट में प्रविधान करने का अनुरोध किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा केंद्रीय सुरक्षा बलों के कैंपों तक सड़क निर्माण के लिए भी बजट में प्रविधान किया जाए।
बजट बढ़ाने का अनुरोध : केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को पूंजीगत निवेश के लिए विशेष सहायता के रूप में वर्ष 2020-21 से 50 वर्षों के लिये ब्याज रहित ऋण राशि उपलब्ध कराई जा रही है। अंतरिम बजट 2024-25 में इस योजना के लिए गत वर्ष के समान ही 1,30,000 करोड़ का प्रविधान किया गया है, परन्तु पार्ट-1 के तहत गत वर्ष के प्रविधान एक लाख करोड़ को कम करते हुए 55,000 करोड़ ही रखा गया है। वित्त मंत्री इस योजना के लिए पूर्व की तरह राशि के प्रविधान का अनुरोध किया।
”वित्त मंत्री ने ये भी रखा प्रस्ताव”
- रायपुर में वृद्धजनों के लिए इंटीग्रेटेड जिरियाट्रिक हेल्थ सेंटर की स्थापना.
- स्कूली बच्चों के लिए खाद्य सामग्री की दर और रसोइयों के मानदेय में वृद्धि का आग्रह.
- आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में प्रीमियम राशि में वृद्धि करने की मांग.
- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा सातवें वेतनमान लागू करने के लिए 50 प्रतिशत केंद्रांश की मांग.
- रायपुर एयरपोर्ट से अंतर्राष्ट्रीय उड़ान सेवाएं उपलब्ध कराने का अनुरोध.
- सभी आदिवासी विकासखंडों में एकलव्य विद्यालय स्थापित करने की मांग.
- आकांक्षी जिलों में दो नवोदय विद्यालय खोले जाने का आग्रह.