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Modi 3.0; नरेंद्र मोदी की नई सरकार में पार्टी और गठबंधन के बीच मंत्रियों को लेकर बैठकों का सिलसिला जारी, भाजपा के पांच बड़े चेहरे बन सकते हैं मंत्री…

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Modi 3.0; नरेंद्र मोदी की नई सरकार में पार्टी और गठबंधन के बीच मंत्रियों को लेकर बैठकों का सिलसिला जारी, भाजपा के पांच बड़े चेहरे बन सकते हैं मंत्री…

प्रधानमंत्री पद के लिए मनोनीत नरेंद्र मोदी रविवार को लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेंगे। ऐसा करने वाले वे भारत के दूसरे प्रधानमंत्री होंगे। इससे पहले देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ऐसा कीर्तिमान बना चुके हैं।

नरेंद्र मोदी लगातार 2014, 2019 और 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने में सफल रहे हैं। हालांकि भाजपा और मोदी इस चुनाव में बहुमत की रेखा से काफी पीछे रह गये हैं और उन्हें सरकार बनाने के लिए एनडीए दलों के समर्थन की दरकार है।

अगर हम समग्र एनडीए गठबंधन की बात करें तो उसमें बीजेपी की 240, टीडीपी को 16, जेडीयू को 12, एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 7, चिराग पासवान की एलजेपी को 5, जयंत चौधरी के आरएलडी के पास दो, अजित पवार की एनसीपी को एक, अनुप्रिया पटेल के अपना दल को एक, जीतनराम माझी के हम को एक और कुछ सीटें अन्य दलों के पास हैं।

वहीं भाजपा को लोकसभा में अपने दम पर बहुमत पाने से रोकने में सफल रही इंडिया ब्लॉक के हिस्से के रूप में कांग्रेस को 99 सीटें, समाजवादी पार्टी को 37 सीटें, तृणमूल कांग्रेस को 29 सीटें, डीएमके को 22 सीटें, शिवसेना यूबीटी को 9 सीटें, आम आदमी पार्टी को तीन सीटें, झारखंड मुक्ति मोर्चा को तीन सीटें और कुछ सीटें अन्य दलों ने जीती हैं।

इस बीच, नरेंद्र मोदी की नई सरकार में पार्टी और गठबंधन के बीच मंत्रियों को बनाने को लेकर लगातार बैठकों का सिलसिला जारी है। भाजपा नेता अमित शाह, राजनाथ सिंह पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा के साथ मिलकर एनडीए के साथ-साथ भाजपा कोटे के मंत्रियों के नाम तय करने में लगे हैं।

हालांकि अभी तक एनडीए और भाजपा की ओर से मंत्रियों की लिस्ट जारी नहीं की गई है लेकिन पार्टी के भीतर वरिष्ठता और अनुभव के क्रम को ध्यान रखते हुए सत्ता के गलियारों में कयासबाजी जमकर कर चल रही है।

बताया जा रहा है कि भाजपा की ओर से पांच बड़े चेहरे ऐसे हैं, जिनकी मंत्री पद पर बेहद मजबूत दावेदारी बताई जा रही है। इनमें राजनाथ सिंह, अमित शाह, शिवराज सिंह चौहान, जेपी नड्डा और पीयूष गोयल के मंत्री पद की शपथ लेने की अधिक संभावना बताई जा रही है।

राजनाथ सिंह- भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता राजनाथ सिंह नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली 10 साल के दो कार्यकाल में मंत्री रहे हैं। राजनाथ सिंह 2014 से 2019 तक गृह मंत्री थे और 2019 से 2024 तक रक्षा मंत्री के पद पर रहे। इसके अलावा राजनाथ सिंह अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में 1999 में केन्द्रीय परिवहन मंत्री और 2003 में केन्द्रीय कृषि मंत्री एवं खाद्य सुरक्षा मंत्री भी थे। इसके अलावा वो भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं।

राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई 1951 को उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के भभौरा गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी बुनियादी शिक्षा गाव में प्राप्त की और बाद में उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से एमएससी भौतिकी पाठ्यक्रम पूरा किया। उन्होंने मिर्ज़ापुर के केबी पोस्ट-ग्रेजुएट कॉलेज में भौतिकी के व्याख्याता के रूप में काम किया है।

अमित शाह- साल 2014 में भाजपा को बहुमत दिलाने और नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने में अमित शाह का बहुत बड़ा योगदान है। उनके भाजपा अध्यक्ष रहते हुए पार्टी ने अपने इतिहास में पहली बार पूर्ण बहुंत हासिल किया था। शाह की अगुवाई में भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में यूपी की 80 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की थी। 22 अक्तूबर 1964 को मुंबई में रहने वाले एक गुजराती परिवार में जन्मे अमित शाह साल 2019 से 2024 तक मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में गृहमंत्री थे।

अमित शाह के दादा गायकवाड़ के बड़ौदा स्टेट की एक छोटी रियासत मानसा के नगर सेठ थे। 16 साल की आयु तक अमित शाह अपने पैतृक गांव मानसा, गुजरात में ही रहे और वहीँ से उन्होंने प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की। अमित शाह की प्रारंभिक शिक्षा गायकवाड़ स्टेट के प्रमुख शास्त्रियों की देख रेख में ‘भारतीय मूल्य परंपरा’ के अनुसार हुई। भारतीय शास्त्रों, ऐतिहासिक ग्रंथों, व्याकरण तथा महाकाव्यों का अध्ययन उन्हें बचपन में कराया गया। भारतीय दर्शन और ग्रंथों के प्रति उनकी अध्ययनशीलता आगे भी बनी रही।

शिवराज सिंह चौहान- मध्य प्रदेश में ‘मामा’ के नाम से मशहूर शिवराज सिंह चौहान 4 बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वह बीजेपी के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री पद पर रहने वाले नेता हैं। इसके अलावा वह 6 बार सांसद और 5 बार विधायक रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान ने अपना पहला चुनाव बुधनी विधानसभा सीट से 1990 में लड़ा था। उनकी सांसदीय यात्रा साल 1991 में विदिशा संसदीय सीट से शुरू हुई थी। 1991 में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा विदिशा सीट छोड़े जाने के बाद उन्होंने वह सीट शिवराज सिंह को दे दी थी। शिवराज सिंह 1991, 1996, 1998, 1999, 2004 और अब 2024 में सांसद हैं।

इसके अलावा मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह की यात्रा पहली बार 29 नवंबर 2005 को शुरू हुई, जो 10 दिसंबर 2008 तक जारी रही। दूसरी बार 12 दिसंबर 2008 से 9 दिसंबर 2013 तक मुख्यमंत्री रहे। तीसरी बार 14 दिसंबर 2013 से 12 दिसंबर 2018 तक मुख्यमंत्री पद पर रहे। चौथी बार मार्च 2020 से दिसंबर 2023 तक मुख्यमंत्री पद पर रहे हैं।

जेपी नड्डा- जगत प्रकाश नड्‌डा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 11वें अध्यक्ष और 2020 से राज्यसभा के सदस्य हैं, जो हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं। जेपी नड्डा ने पहले 2014 से 2019 तक दूसरे मोदी मंत्रालय में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री और भाजपा के संसदीय बोर्ड सचिव के रूप में कार्य किया है।

वह 1993 से 2003 और फिर 2007 से 2012 तक हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर से विधायक चुने गए। उन्होंने 2007 से 2012 तक हिमाचल प्रदेश सरकार में वन, पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री के रूप में भी कार्य किया। जेपी नड्डा का जन्म 2 दिसंबर, 1960 को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के बोध गांव में श्री नारायण लाल नड्डा और श्रीमती कृष्णा देवी के घर हुआ था।

नड्डा ने अपनी प्राथमिक शिक्षा सेंट जेवियर्स स्कूल, पटना से पूरी की। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से कला स्नातक की डिग्री और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला के विधि संकाय से एलएलबी की उपाधि प्राप्त की। वह तैराकी में अच्छे थे और उन्होंने दिल्ली में आयोजित ऑल इंडिया जूनियर स्विमिंग चैंपियनशिप में बिहार का प्रतिनिधित्व किया था। जेपी नड्डा ने दिसंबर 1991 में मलिका बनर्जी) से शादी की और उनके दो बेटे हैं। उनकी सास जयश्री बनर्जी भी मध्य प्रदेश से भाजपा के टिकट पर 1999 में लोकसभा के लिए चुनी गई थीं।

पीयूष गोयल- पीयूष गोयल तीन बार राज्यसभा सदस्य और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री हैं। वे राज्यसभा में सदन के नेता भी हैं। इससे पहले राज्य मंत्री के रूप में कोयला मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार संभालने के अलावा गोयल ने 5 जुलाई, 2016 से 3 सितंबर, 2017 तक बिजली, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा और खान विभागों को भी संभाला था।

नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान उन्हें रेल मंत्रालय का प्रभार दिया गया था और बाद में जब अरुण जेटली बीमार हो गए तो उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में कार्यभार देखा था।

पीयूष गोयल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से काफी प्रभावित थे। उनके दिवंगत पिता वेद प्रकाश गोयल राज्यसभा के सदस्य थे और उन्होंने शिपिंग मंत्री के रूप में कार्य किया था। वह पार्टी के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले कोषाध्यक्षों में से एक थे। गोयल की दिवंगत मां चंद्रकांता गोयल माटुंगा से तीन बार विधानसभा की सदस्य थीं।