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छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर ट्रैफिक जाम से पूरी तरह बेहाल जिम्मेदारों का कहना है कि इस दिशा में जरूरी कदम उठाए जाएंगे…

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छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर ट्रैफिक जाम से पूरी तरह बेहाल है. यहां गाड़ियां और जनसंख्या इतनी हैं कि लोगों का चलना भी दूभर हो गया है. यहां 12 साल में गाड़ियां जहां दो गुना बढ़ीं हैं, तो वहीं जनसंख्या ढाई गुना बढ़ गई है. इसे लेकर लोगों का कहना है कि शासन-प्रशासन पूरी तरह सो रहा है. वहीं, जिम्मेदारों का कहना है कि इस दिशा में जरूरी कदम उठाए जाएंगे.

अगर आप राजधानी रायपुर में रहते हैं, तो ऐसा नहीं हो सकता कि ट्रैफिक जाम में न फंसे हों. शहर की तंग सड़कों, बे-तरतीब ट्रैफिक, सड़कों पर लगी दुकानों और बढ़ती गाड़ियों की संख्या ने राहगिरों की परेशानी बढ़ा दी है. ऑफिस के पीक टाइम पर जब लोग सड़कों पर निकलते हैं तो एक तरफ से दूसरी तरफ जाने में ही टाइम निकल जाता है.

सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2001 में रायपुर में 31 हजार गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन था. साल 2011 में 5 लाख गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन हुए. 2011 से 2024 तक 17 साख गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन हुए. वर्तमान में रायपुर जिले की जनसंख्या  लगभग 55 लाख है. साल 2001 में जिले की जनसंख्या 30 लाख 31 हजार थी. 2011 में यह जनसंख्या बढ़कर 40 लाख 63 हजार हो गई.

रायपुर शहर की आबादी फिलहाल 26 लाख है. साल 2011 में 10 लाख जनसंख्या थी. प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद दो ही प्रमुख मार्ग केनाल रोड और एक्सप्रेस वे बनाए गए. रायपुर में सड़क की लम्बाई 2011 में 2900 किलो मीटर थी. साल 2024 में 3500 किलो मीटर हुई है. बता दें, इन दिनों यहां मुख्य मार्ग से लेकर वीआईपी चौक तक जाम की स्थिति रहती है. प्रदेश के तमाम वीआईपी राजधानी में रहते हैं. जाम से सभी को दो-चार होना पड़ता है.

इस मामले को लेकर महापौर एजाज ढेबर का कहना है कि राजधानी रायपुर में ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है. बढ़ते यातायात के दबाव के चलते कई अस्पतालों तक जाने में आधा घंटा लग जाता है. ट्रैफिक जाम की स्थिति से निपटने निगम अलग से प्लान तैयार करेगा. इस प्लान को जल्द लागू किया जाएगा. इससे ट्रैफिक से निजात मिलेगी. मोनोरेल जैसी व्यवस्थाओं पर जोर दिया गया है.

शहर में व्यवसाय का विस्तार हो रहा है. सड़कें जस की तस हैं. नेता हो या अधिकारी सभी मानते हैं कि राजधानी में यातायात एक बड़ी समस्या है. रायपुर कलेक्टर डॉ गौरव सिंह का कहना है कि ट्रैफिक समस्या, यातायात दबाव को लेकर के जिले के व्यापारियों की बैठक ली गई. उन्हें निर्देश भी जारी किए गए हैं. आने वाले समय में व्यवस्था दुरुस्त हो इस दिशा में कार्य किया