पश्चिमी विक्षोभ की वजह से दिसंबर माह के अंतिम दिनों से अब तक राज्य में बदला ठंड का मौसम सुधर नहीं पाया है. देश के अन्य राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, मगर छत्तीसगढ़ में जनवरी की शुरुआत रात में सामान्य से ज्यादा तापमान और बेहद कम ठंड के साथ हुई है. राजधानी में सुबह के वक्त मामूली ठंडकता के अलावा और कोई असर नहीं है. यहां सप्ताहभर से रात का तापमान 15 डिग्री तक नहीं पहुंच पाया है.
मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में दिसंबर के अंतिम दिनों से लेकर जनवरी के तीसरे सप्ताह तक ठंड का पीक होता है. इस दौरान अक्सर पश्चिमी विक्षोभ व्यवधान उत्पन्न करता है और आने वाले बादलों की वजह से ठंड गायब हो जाती है. इस बार भी ऐसा ही हुआ है, 21 दिसंबर को आने वाला विक्षोभ तो गुजर गया, मगर हवा की दिशा पूर्वी ही रह गई और दिसंबर ठंड के इंतजार में गुजर गया. इसके बाद जनवरी की शुरुआत भी ठंड के मामले में अच्छी नहीं रही. आने वाले विक्षोभ की वजह से अभी भी रात का तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया जा रहा है.
राजधानी समेत समूचे राज्य में ठंड बेहद कम स्थिति में महसूस हो रही है और इसके सप्ताहभर तक बढ़ने की कोई गुंजाइश नजर नहीं आ रही है. अभी राज्य में आने वाली हवा की दिशा स्थिर नहीं है. ऊपरी स्तर पर कभी दक्षिण तो कभी पूर्व से हवा आ रही है.
इसके असर से अगले दो दिनों में सरगुजा और उससे लेकर जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना बन रही है. इसका असर मध्य अथवा बस्तर संभाग में होने से पहले जम्मू कश्मीर और उत्तर पाकिस्तान के ऊपर बना पश्चिमी विक्षोभ वाला चक्रवाती घेरा समाप्त हो जाएगा.