भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) इस समय पूरे शवाब पर है. दुनिया के किसी और इक्विटी मार्केट में ऐसी तेजी नहीं दिख रही जो अभी भारत के बाजार में है. इसका फायदा निवेशकों के साथ कंपनियां भी जमकर उठा रही हैं. बाजार में चल रही तेजी और निवेशकों के मन में बढ़ते भरोसे को कैश कराने के लिए नई-नई कंपनियां ताबड़तोड़ अपना आईपीओ (IPO) उतार रही हैं. 2023 के आखिरी कारोबारी सप्ताह में ही कम से कम 8 कंपनियों ने खुद को बाजार में लिस्ट कराया है. अब नजर 2024 पर है, जहां 60 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के IPO बाजार में आने की तैयारी में हैं.
भारतीय शेयर बाजार की तेजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साल 2023 में ही सेंसेक्स ने 10 हजार से ज्यादा अंकों का उछाल हासिल कर लिया है. 2 जनवरी, 2023 को साल के पहले कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 327 अंक चढ़कर 61,167 पर बंद हुआ था. 26 दिसंबर को सुबह 11 बजे सेंसेक्स 279 अंकों की तेजी के साथ 71,385 पर ट्रेडिंग कर रहा था. इसका मतलब है कि इसी साल सेंसेक्स में 10 हजार अंकों की तेजी दिख रही है. इसी का फायदा उठाने के लिए करीब 57 कंपनियां अपने आईपीओ उतारने की तैयारी में हैं.
2023 में बना रिकॉर्ड
साल 2023 आईपीओ के मामले में खास रहा, क्योंकि इस साल संख्या के लिहाज से देखा जाए तो 13 साल में दूसरी बार सबसे ज्यादा आईपीओ लाए गए. इस दौरान 57 कंपनियों ने करीब 49 हजार करोड़ रुपये बाजार से जुटाए हैं, जो 2010 के बाद दूसरी सबसे बड़ी संख्या है. इससे पहले 2021 में 63 कंपनियों ने बाजार में आईपीओ जारी किए थे.
क्यों खास है साल 2024
बाजार से मिले आंकड़ों को देखें तो पता चलता है कि 2024 में करीब 58 कंपनियां अपने आईपीओ उतारने की तैयारी में हैं. इसमें से 27 कंपनियों को तो सेबी की ओर से मंजूरी मिल भी गई है. ये कंपनियां 29 हजार करोड़ रुपये बाजार से जुटाएंगी. इसके अलावा 29 और कंपनियां हैं जो मंजूरी लेने की कतार में लगी हैं. इन कंपनियों को भी बाजार से 34 हजार करोड़ रुपये जुटाने हैं