छत्तीसगढ़ : विधानसभा चुनाव के पहले चरण में नक्सल प्रभावित संभाग बस्तर की 12 सीटों और दुर्ग संभाग के 8 सीटों पर मंगलवार को वोट डाले जाएंगे. जिसमे कुल 20 निर्वाचन क्षेत्रों में 7 नवंबर को वोटिंग होगी.
दुर्ग संभाग में 8 विधानसभा सीटें आती हैं. इसमें राजनांदगांव, डोंगरगढ़, डोंगरगांव, खुज्जी, मोहला-मानपुर, कबीरधाम-कवर्धा, पंडरिया और खैरागढ़ सीट शामिल है.
वोटिंग के लिए नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के संवेदनशील इलाकों के 600 से अधिक मतदान केंद्रों में तीन स्तरीय सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. मतदान के दौरान पुलिस ड्रोन और हेलीकॉप्टर के माध्यम से माओवादी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी.
12 विधानसभा क्षेत्रों वाले बस्तर संभाग में लगभग 60 हजार जवानों की तैनाती की गई है. इसमें 40 हजार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) एवं 20 हजार राज्य पुलिस के जवान शामिल हैं.
माओवादी हिंसा प्रभावित इलाकों में पुलिस की नजर
इन 12 सीटों में से कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, बीजापुर और कोंटा सीटों पर मतदान होगा. शेष तीन सीटों- जगदलपुर, बस्तर, और चित्रकोट पर मतदान होगा.
बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए बस्तर संभाग में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए है. मतदान केंद्र और सड़कों की सुरक्षा के लिए डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड, स्पेशल टास्क फोर्स, बस्तर फाइटर्स और सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन जैसे केंद्रीय अर्धसैनिक बल और विशेष बल को तैनात किया गया है.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि निकटवर्ती राज्यों-आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र तेलंगाना और ओडिशा के विशेष बलों को भी अंतरराज्यीय सीमा पर तैनात किया गया है. 600 से अधिक मतदान केंद्र, जो माओवादी हिंसा प्रभावित हैं, तीन-स्तरीय सुरक्षा घेरे में रहेंगे. इसके साथ ही अन्य मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बल और स्थानीय पुलिस की सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं.