छत्तीसगढ़ में मतदान की तारीख़ नज़दीक आते ही प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है.
इस बीच डिप्टी सीएम और अम्बिकापुर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी टीएस सिंहदेव को निर्वाचन आयोग ने नोटिस जारी कर दिया है.
उन्हें एक दिन के भीतर जवाब पेश करने को कहा गया है. दरअसल, उनके खिलाफ बीजेपी पार्षद आलोक दुबे ने आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत की थी.
आलोक दुबे ने अपनी शिकायत में कहा, ” टीएस सिंहदेव के द्वारा आचार संहिता का खुला उल्लंघन के संबंध में भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और छत्तीसगढ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मीना बाबा साहब कंगाले और सरगुजा के निर्वाचन अधिकारी कुंदन कुमार को लिखित में सप्रमाण एक शिकायत की है.
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव अपने पद का दुरुपयोग कर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों से और फॉरेस्ट विभाग के कर्मचारियों से अपने पक्ष में वीडियो बनवाकर, इन शासकीय कर्मचारियों से कांग्रेस का प्रचार कर रहे हैं. इनके फेसबुक अकाउंट से 18 अक्टूबर से लगातार वह वीडियो कांग्रेस के प्रचार के रूप में चल रहा है.”
शिकायतकर्ता ने कहा कि ”सबसे आपत्तिजनक बात यह है कि टीएस सिंहदेव ने इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर डालने से पहले जिला निर्वाचन अधिकारी से कोई भी अनुमति नहीं ली है.
लेकिन सरगुजा का प्रशासन अभी तक डर के मारे टीएस सिंहदेव को कोई भी नोटिस जारी नहीं किया है. अगर कल तक इनको नोटिस जारी नहीं होता है. तो भारत के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, मुख्य चुनाव आयुक्त दोनों से मैं सप्लीमेंट्री शिकायत करूंगा.”
इस मामले में टीएस सिंहदेव की ओर से तो कोई जवाब नहीं आया है लेकिन सरगुजा ज़िला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अनूप मेहता ने बयान जारी करते हुए कहा कि बीजेपी के पार्षद आलोक दुबे डिप्टी सीएम के खिलाफ द्वेष और दुर्भावना के कारण आधारहीन और झूठे आरोप लगाते रहते हैं.