भारत के राष्ट्रपति’ की ओर से भेजे गए G20 रात्रिभोज के निमंत्रण पर देश में अब राजनीति गरमाई हुई है। कांग्रेस का दावा है कि मोदी सरकार द्धारा राष्ट्रपति की ओर से भेजे गए जी20 रात्रिभोज के निमंत्रण पर ‘प्रेसीडेंट ऑफ भारत’ (भारत के राष्ट्रपति) लिखा है, न कि ‘प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया’।
इस मुद्दे को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। केजरीवाल ने कहा, ‘भाजपा घबराई हुई है और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ अपना नाम ‘भारत’ रख ले तो क्या बीजेपी देश का नाम भारत से बदलकर कुछ और रख देगी। तो क्या वे भारत का नाम बदल देंगे? सीएम केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इसके बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है लेकिन मैंने अफवाहें सुनी हैं। ऐसा क्यों हो रहा है?
कुछ पार्टियां ‘इंडिया’ गठबंधन बनाने के लिए एक साथ आई हैं। अगर ‘इंडिया’ गठबंधन अपना नाम बदलकर ‘भारत’ कर लेता है, तो क्या वे भारत का नाम बदल देंगे?” उन्होंने कहा, ‘‘यह देशद्रोह है।” केजरीवाल ने कहा कि भाजपा विपक्षी गठबंधन से इतनी परेशान है कि जब पहली बार इसकी घोषणा की गई तो उसने अपने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ प्रस्ताव से लोगों का ध्यान इससे हटाने की कोशिश की। सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए- केजरीवाल द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) नेता उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर टिप्पणी से पैदा हुए अन्य विवाद पर केजरीवाल ने कहा कि लोगों को सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सनातन धर्म से हूं।
आप में से भी कई लोग सनातन धर्म से हैं। हमें एक-दूसरे के धर्म का सम्मान करना चाहिए और इसके खिलाफ गलत नहीं बोलना चाहिए।” उदयनिधि स्टालिन ने दो सितंबर को सनातन धर्म को कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू के समान बताया था और कहा था कि ऐसी चीजों का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि उन्हें नष्ट कर देना चाहिए। चेन्नई में ‘तमिलनाडु प्रोग्रेसिव राइटर्स एंड आर्टिस्ट एसोसिएशन’ की बैठक में तमिल में अपने संबोधन में उन्होंने सनातन धर्म के लिए ‘सनातनम’ शब्द का इस्तेमाल किया था।