Himachal Pradesh Weather Alert: हिमाचल प्रदेश में पिछले 72 घंटों से बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई है। राज्य में चार राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) और लगभग 857 सड़कें घंसने अथवा मलबा गिरने के कारण बंद हैं।
सूबे में लगभग 4285 बिजली ट्रांसफार्मर और 889 जलापूर्ति योजनाएं भी बंद हैं। राज्य में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। राज्य के मंडी, कुल्लू और शिमला जिले प्राकृतिक आपदा के कारण बुरी तरह से प्रभावित हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, बारिश का यह सिलसिला जल्द थमने वाला नहीं है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से अगले 24 घंटे के दौरान सूबे के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग की ओर से सूबे में एकबार फिर भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार यानी 16 अगस्त को भी मौसम खराब रहेगा। IMD के मुताबिक, सूबे के लोगों का हाल फिलहाल में बारिश से निजात मिलती नजर नहीं आ रही है।
मौसम विभाग ने 21 अगस्त तक राज्य के कई भागों में बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। कांगड़ा, मंडी और शिमला जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। अगले 2 दिनों के दौरान हिमाचल प्रदेश में और अगले 4-5 दिनों के दौरान उत्तराखंड छिटपुट भारी बारिश जारी रहेगी। उत्तराखंड में 15 से 19 अगस्त के दौरान भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मंडी में लगभग 323 तो शिमला में 234 सड़कें बंद हैं। इसी तरह मंडी जिले में लगभग 2610 और शिमला में 808 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं।
हिमाचल में भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 26 लोग लापता बताए जाते हैं। इनके मलबे में दबने या बह जाने की आशंका हैं। ऐसे में मृतकों की संख्या ज्यादा भी हो सकती है। मंडी जिले में सर्वाधिक 23, राजधानी शिमला में 16, सोलन में 11, कांगड़ा-हमीरपुर में 3-3, चम्बा, कुल्लू और सिरमौर में 1-1 व्यक्ति की इन हादसों में जान गई है। शिमला में 20, मंडी-तीन, हमीरपुर-दो और सिरमौर में एक व्यक्ति लापता है। शिमला शहर में जगह-जगह 200 से अधिक पेड़ गिर गए हैं जिसके कारण अनेक घरों को नुकसान पहुंचा है।