टमाटर के भाव तो पहले ही सातवें आसमान पर हैं, मगर अब दालों की महंगाई ने आम आदमी को परेशान करना शुरू कर दिया है. ऐसे में सरकार ने एक बड़ा कदम उठाने का फैसला लिया है. अभी तक सरकार ने सस्ते दाम में टमाटर बेचने शुरू किए थे, अब दाल बेचने की तैयारी कर ली है.
अरहर, मूंग और उड़द दाल के रेट को काबू में करने के उद्देश्य से सरकार ने अब चना दाल सस्ते में बेचने की घोषणा की है. भारत दाल ब्रांड के तहत 60 रुपये प्रति किलो (Chana Dal Rate) की दर से चना दाल उपभोक्ताओं को मिलेगी. इसकी बिक्री राष्ट्रीय देशभर में 703 नाफेड स्टोर्स पर होगी. यह एनसीसीएफ, केंद्रीय भंडार और मदर डेयरी के सफल रिटेल स्टोर पर भी उपलब्ध होगी. बाजार में अब चना दाल का रेट 70 से 80 रुपये के बीच है.
केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने उपभोक्ताओं को सस्ती दर पर दाल उपलब्ध कराने के लिए सोमवार को सब्सिडी वाली चना दाल की बिक्री शुरू की. भारत दाल ब्रांड नाम के तहत एक किलो पैक के लिए 60 रुपये प्रति किलो और 30 किलोग्राम पैक के लिए 55 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से चना दाल की बिक्री शुरू हो गई है. सरकार के चना स्टॉक को चना दाल में परिवर्तित करके उपभोक्ताओं को सस्ती कीमतों पर दालें उपलब्ध कराने की दिशा में केंद्र सरकार का एक बड़ा कदम है.
चना दाल राज्य सरकारों को उनकी कल्याणकारी योजनाओं के लिए, पुलिस, जेलों के तहत आपूर्ति के लिए और उपभोक्ता सहकारी दुकानों के माध्यम से वितरण के लिए भी केंद्र सरकार सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाती है. चना भारत में सबसे ज्यादा पैदा होने वाली दलहनी फसल है. चना दाल का सेवन देश में कई रूपों में किया जाता है.
महंगी हो रही है अरहर, मूंग दाल
देश में दालों के दामों में तेजी आ रही है. अरहर की दाल (Tur Price) का रेट तो एक साल में 32 फीसदी बढ़ गया है. पिछले महीने, यानी जून में ही अरहर दाल का भाव 7 फीसदी चढ़ गया. अरहर के साथ ही उड़द (Urad Rate) और मूंग दाल (Moong Dal Rate) की कीमतें भी बढ़ी हैं.
डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स के डेटा के मुताबिक, 16 जुलाई तक अरहर दाल की कीमत पिछले एक साल के मुकाबले 32 फीसदी बढ़कर 136.29 रुपए प्रति किलो हो गई. एक साल पहले इसका भाव 103.03 रुपये था. एक महीना पहले अरहर दाल की कीमत 127.37 रुपए प्रति किलो थी. इस तरह महीने में ही अरहर का रेट 9 रुपये से ज्यादा बढ़ गया है.