RSS Guru Golwalkar Tweet: आरएसएस के द्वितीय सर संघचालक रहे माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के ट्वीट से घमासान छिड़ गया हैं। गुरु गोलवलकर के दलित, पिछड़े और मुसलमानों के विचारों वाला प्रिंटेड एक पेज पोस्ट किया हैं।
जिस पर बीजेपी सरकार ने आपत्ति जताई हैं।
सोशल मीडिया पर जब दिग्विजय सिंह की पोस्ट वायरल हुई और मामले ने तूल पकड़ा तो इंदौर के तुकोगंज थाना में केस दर्ज कराया गया हैं। दिग्विजय पर आरोप है कि उन्होंने गुरु गोलवलकर से संबंधित विचारों को गलत रूप में पेश किया हैं। जो लाखों संघ कार्यकर्ताओं की भावनओं को आहत करता हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस मामले में दिग्विजय सिंह के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की हैं। उन्होंने इस करतूत को कांग्रेस की कुंठित मानसिकता बताया। सीएम शिवराज ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और ट्वीट में लिखा कि- ‘बिना तथ्यों की जानकारी के दुष्प्रचार करना और विद्वेष फैलाना कांग्रेस के नेताओं की आदत है। श्रद्धेय श्री गोलवलकर गुरूजी ने आजीवन सामाजिक विभेद मिटाने और समरस समाज के निर्माण के लिए कार्य किया। गुरुजी के विषय में इस तरह का मिथ्या प्रचार कांग्रेसी नेताओं की कुंठा को दर्शाता हैं। गुरुजी का झूठा चित्र लगा कर सामाजिक विद्वेष उत्पन्न करने की कोशिश निंदनीय है’।
दिग्विजय सिंह की पोस्ट में ये है
दिग्विजय सिंह ने अपने ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट में गुरु गोलवलकर को लेकर जो पोस्ट की है उसमें लिखा है कि- ‘गुरु गोलवलकर जी के दलितों पिछड़ों और मुसलमानों के लिए व राष्ट्रीय जल जंगल व ज़मीन पर अधिकार पर क्या विचार थे अवश्य जानिए’। इसके साथ ही गोलवलकर की फोटो लगा एक पेज भी पोस्ट किया जिसमें दावा किया गया कि गोलवलकर ने एक बार कहा था- “मैं सारी जिंदगी अंग्रेजों की गुलामी करने के लिए तैयार हूं लेकिन जो दलित पिछड़ों और मुसलमानों को बराबरी का अधिकार देती हो ऐसी आजादी मुझे नहीं चाहिए”।