Coal India : दुनिया की सबसे बड़ी कोल माइन कंपनी कोल इंडिया (Coal India) में सैलरी को लेकर विवाद शुरू हो गया है। कंपनी को एग्जेक्यूटिव्स की बॉडी ने रविवार को हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।
उनकी मांग है कि नॉन-एग्जेक्यूटिव्स एंप्लॉयीज के साथ उनके पे कंफ्लिक्ट को अगर नहीं सुलझाया गया तो वे हड़ताल पर जाएंगे। कोल मिनिस्ट्री ने कंपनी के नॉन-एग्जेक्यूटिव एंप्लॉयीज के ट्रेड यूनियन के साथ वेज रिवीजन एग्रीमेंट को मंजूरी दी थी और इसे लेकर ही विवाद शुरू हुआ है। इसे लेकर ऑल इंडिया एसोसिएशन ऑफ कोल एग्जेक्यूटिव्स (AIACE) ने कोल इंडिया चेयरमैन को एक पत्र लिखा है और 30 सितंबर तक का समय दिया गया है।
इस बात को लेकर हड़ताल की चेतावनी
एआईएसीई ने कोल इंडिया के चेयरमैन को लिखा है कि नॉन-एग्जेक्यूटिव्स एंप्लॉयीज के लिए वेतन का जिस नए एग्रीमेंट को मंजूरी दी है, उसके चलते एग्जेक्यूटिव्स के साथ वेतन विवाद शुरू हो सकता है। एसोसिएशन की मांग है कि पर्सनल पे पैकेज के जरिए उनके वेतन को ऐसी सुरक्षा दी जाए ताकि यह वर्कर्स के वेतन से कम न होने पाए। एसोसिएशन के आम सचिव पीके सिंह राठौड़ का कहना है कि कंपनी को इस मामले में तत्काल जरूरी कदम उठाने को कहा है ताकि 30 सितंबर 2023 तक यह विवाद खत्म किया जा सके। अगर ऐसा नहीं होता है तो एग्जेक्यूटिव्स हड़ताल पर जा सकते हैं।
Coal Ministry ने इस समझौते को दी थी मंजूरी
कोल इंडिया और सिंगरेनी कोइलरीज के नॉन-एग्जेक्यूटिव्स एंप्लॉयीज के ट्रेड यूनियन्स के साथ कोल मिनिस्ट्री ने एक वेतन समझौते को 22 जून को मंजूरी दी थी। इस समझौते के तहत बेसिक, वैरिएबल डीए (महंगाई भत्ता), स्पेशल डीए और अटेंडेंस बोनस पर कम से कम 19 फीसदी बेनेफिट की गारंटी दी गई। यह भत्ते में 25 फीसदी की बढ़ोतरी के अलावा है। इस प्रावधान को 1 जुलाई 2021 से लागू किया गया।
इस समझौते से कोल इंडिया और सिंगरेनी कोइलरीज कंपनी के करीब 2.81 लाख नॉन-एग्जेक्यूटिव एंप्लॉयीज को फायदा मिलेगा जो 1 जुलाई 2021 को पेरोल पर थे। इसे लेकर कोल इंडिया 21 महीने यानी 1 जुलाई 2021 से 31 मार्च 2023 तक के लिए 9,252.24 करोड़ रुपये अलग रख दिए हैं। वेतन में बढ़ोतरी के इस प्रावधान के चलते वित्त वर्ष 2023 में मार्च 2023 तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 18 फीसदी गिरकर 5,528 करोड़ रुपये पर आ गया।