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कल से शुरू होगी PM मोदी की 2 दिवसीय मिस्र यात्रा, इस ऐतिहासिक मस्जिद का करेंगे दौरा…

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल से मिस्र की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचने वाले हैं. इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मिस्र के ऐतिहासिक मस्जिद ‘अल हाकिम मस्जिद’ का भी दौरा करने वाले हैं.

इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मिस्र के ऐतिहासिक मस्जिद ‘अल हाकिम मस्जिद’ का भी दौरा करने वाले हैं. मस्जिद का निर्माण मूल रूप से अल-हकीम द्वि-अम्र अल्लाह के पिता, खलीफा अल-अज़ीज़ बिल्लाह द्वारा 10वीं शताब्दी के अंत में, वर्ष 990 में किया गया था, और बाद में वर्ष 1013 में अल-हकीम द्वारा पूरा किया गया था.

मिस्र के इस ऐतिहासिक मस्जिद को अल-अनवर के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है “प्रबुद्ध”. इसका निर्माण शैली मशहूर फातिमिड्स द्वारा स्थापित पहले अल-अजहर मस्जिद के समान है. यह काहिरा शहर की दूसरी सबसे बड़ी और चौथी सबसे पुरानी मस्जिद है. ये मस्जिद इस्लामिक केंद्र काहिरा के केंद्र में स्थित है. यह मस्जिद अल-मुइज़ स्ट्रीट के पूर्व की ओर, बाब अल-फुतुह (फ़ातिमिद काहिरा के उत्तरी शहर के द्वारों में से एक) के ठीक दक्षिण में स्थित है.

इस मस्जिद के उत्तर और पश्चिम कोनों पर दो विशिष्ट मीनारें हैं. इन मीनारों को 1010 ईस्वी में अल हाकिम द्वारा संशोधित कर चौकोर भाग में जोड़कर बनाया था. ये शहर की सबसे पुरानी जीवित मीनारें हैं. इस मस्जिद को दुनिया की सबसे पुरानी मस्जिद होने का गौरव भी प्राप्त है. इसकी ये दोनों मीनारें शुरुआती समय में ही इनस्टॉल किया गया था, जो अब भी कायम है.

काइरो के इतिहास में सबसे खास और फ़तिमीड वास्तु का महत्वपूर्ण उदाहरण है. यह आयताकार मस्जिद, 13,560 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है. इसके केंद्र में 5000 वर्ग मीटर का आंगन है. मस्जिद के शेष क्षेत्र को चार ढंके हुए हॉल में बदला गया है. वहीं, किबला, मक्का की दिशा में इसमें प्रार्थना कक्ष भी है. 4,000 वर्ग किलोमीटर में फैला ये प्रार्थना कक्ष पांच खंड में बंटा हुआ हुआ है.

1000 साल पुराने अल-हाकिम मस्जिद, मिस्र के सीने, राजधानी काइरो में बना हुआ है. अभी हाल में इसी साल 27 फरवरी को 6 साल बंद रखने के बाद खोला गया था. 6 सालों से इस मस्जिद का पुनर्निर्माण किया जा रहा था. प्रधानमंत्री मोदी 24 और 25 जून को मिस्र के दौरे पर रहेंगे. इस दौरान, उनके यात्रा के अंतिम दिन इस ऐतिहासिक मस्जिद के दौरे का तारीख मुक़र्रर किया गया है.