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Cyclone Biparjoy Alert: बेहद अहम हैं अगले 48 घंटे, गुरुवार को गुजरात के तटों से टकराएगा ‘बिपारजॉय’; 21 हजार लोगों को किया गया शिफ्ट

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Cyclone Biparjoy : अगले 48 घंटे ‘बिपारजॉय’ तूफान के लिहाज से बेहद खतरनाक और अहम हैं. गुजरात में तूफान का सबसे ज्यादा असर दिखने वाला है.

इसीलिए गुजरात के समुद्री इलाकों में सावधानी बरती जा रही है. तूफान 15 जून यानी गुरुवार को गुजरात के समुद्री तटों टकराने वाला है. इसलिए उससे पहले ही चप्पे-चप्पे पर पुख्ता तैयारी की जा रही हैं. केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही रणनीति के साथ बचाव कार्यों पर काम कर रही हैं. NDRF, SDRF और कोस्ट गार्ड के जवान भी मुस्तैदी से डटे हैं.

आ रहा तूफान, तैयार एक्शन प्लान

गुजरात के समंदर में भी इंडियन कोस्ट गार्ड के जहाज पैट्रोलिंग कर रहे हैं. समंदर में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं. लोगों से एहतियात बरतने की अपील की जा रही है. दिल्ली में भी अमित शाह ने बिपरजॉय की तैयारियों को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की, जिसमें गुजरात के मुख्यमंत्री, गृह राज्य मंत्री समेत 6 ज़िलों के प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए. गृह मंत्री ने गुजरात के सांसदों और विधानसभा सदस्यों से अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को इस चक्रवात के खतरे के बारे में जागरूक कर हरसंभव मदद करने को भी कहा.

21 हजार लोगों को निकाला गया

तूफान के गुजरात के समुद्री तटों से टकराने में अभी भले ही कई घंटों का समय बाकी हो लेकिन वहां पर हालात खराब होने लगे हैं. समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं और तेज हवाएं लोगों को डरा रही हैं. प्रशासन ने तटीय इलाकों में रहने वाले 21 हजार लोगों को उनके घरों से हटाकर सुरक्षित इलाकों में बनाए गए अस्थाई शेल्टरों में भेजा है. हालात से निपटने के लिए NDRF and SDRF की टीमें तूफान संभावित इलाकों में तैनात हो चुकी हैं.

इन 3 जिलों में सबसे ज्यादा नुकसान की आशंका

अधिकारियों के मुताबिक चक्रवात ‘बिपारजॉय’ की वजह से गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिले में सबसे ज्यादा नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है. इसके चलते इन तीनों जिलों में समुद्र तटों से 10 किमी के रेडियस में रहने वाले लोगों को हटाकर सुरक्षित इलाकों में भेजा जा रहा है. बताया जा रहा है कि यह तूफान 15 जून को 135 से 150 किमी प्रति घंटे की स्पीड के साथ भारत में कच्छ और पाकिस्तान में कराची को हिट कर सकता है.

मछुआरों से समुद्र में न जाने की अपील

प्रशासन ने हालात से निपटने के लिए सौराष्ट्र, कच्छ, पोरबंदर और द्वारका में रहने वाले लोगों के लिए चेतावनी जारी की है. अलर्ट जारी कर लोगों से कहा गया है कि इस तूफान (Cyclone Biparjoy Update) की वजह से उत्तर गुजरात में 15 से 17 जून तक भारी से भी ज्यादा बारिश हो सकती है. इसके चलते मछुआरों से 16 जून तक समुद्र में न जाने की अपील की है. इसके साथ ही बंदरगाह बंद करके जहाजों को गहरे समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है.

राजकोट जिले में एक महिला की मौत

अधिकारियों ने बताया कि जिन 21 हजार लोगों को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया गया है, उनमें 6500 लोग कच्छ जिले, 5 हजार लोग द्वारका, 4 हजार राजकोट, 2 हजार मोरबी और 1500 लोग जामनगर से हटाए गए हैं. इसके साथ ही पोरबंदर से 550 और जूनागढ़ से 500 लोगों को सुरक्षित इलाकों में शिफ्ट किया गया है. जबकि चल रही मोटरसाइकल पर पेड़ गिरने से राजकोट जिले में एक महिला वर्षा बावलिया की मौत हो गई और उसका पति घायल हो गया.

केंद्र की सभी एजेंसियां मदद के लिए तैनात

गुजरात में चक्रवाती तूफान के मद्देनजर गृह मंत्रालय और राज्य सरकार का कंट्रोल रूम 24 घंटे स्थिति पर नजर रखे हुए है. भारत सरकार की सभी एजेंसियां किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने निर्देश दिया कि चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय’ से होने वाले संभावित नुकसान को कम से कम रखा जाए और इससे ‘जीरो कैजुअल्टी’ सुनिश्चित की जाए. केन्द्र ने पर्याप्त संख्या में NDRF की टीमों को राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात किया, साथ ही सेना, नौसेना, वायु सेना और तट रक्षक बल की इकाइयां और assets आवश्यकतानुसार मदद के लिए तैनात हैं.