भुज: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा किसनातन धर्मका उत्थान होना भगवान की इच्छा है. आज भारत के स्वर्णकाल की बात हो रही है.
हमारा देश विश्व गुरु के पद पर विराजमान है. उन्होंने कहा कि आज यूक्रेन के बहाने रूस और अमेरिका आपस में लड़ रहे हैं. दोनों भारत से कह रहे हैं कि हमारी ओर आओ. लेकिन भारत दो लोगों की लड़ाई में मजे लेने वाला नहीं, जरूरतमंदों की मदद करने वाला देश है.
संघ प्रमुख रविवार को भुज गुजरात में आयोजित श्री नर नारायण देव की द्विशताब्दी वर्ष समारोह में बोले रहे थे. उन्होंने कहा कि इस समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से दुनिया डरी हुई है. लोग आशंकित है किAI आ रहा है. इससे भविष्य में लोग इसके गुलाम हो जाएंगे. लोगों को शंका है कि भविष्य में मानव जाति रहेगी कि नहीं. लेकिन यह चिंता निर्मूल है.
उन्होंने कहा कि तकनीक समय की मांग है और हर देश काल के मुताबिक तकनीक आती जाती रही हैं.उन्होंने कहा कि बड़े होकर दुनिया के ताकतवर देश कमजोर पर डंडा चलाते हैं. पहले रसिया चलाता था, फिर अमेरिका और अब चीन चलाने का प्रयास कर रहा है. अब ऐसा लग रहा है कि चीन अमेरिका को भी पछाड़ देगा.
उन्होंने कहा कि वर्चस्व के लिए ही यूक्रेन को मोहरा बनाकर रूस और अमेरिका लड़ रहे हैं. इस लड़ाई में दोनों देशों ने भारत को अपने साथ आने को कहा. लेकिन भारत ने भी कह दिया कि आप दोनों हमारे दोस्त हो, लेकिन जो इस समय कमजोर है, उसे राहत देना पहले जरूरी है. संघ प्रमुख ने कहा कि आज का भारत अब पहले वाला भारत नहीं रहा. पहले दुनिया के ताकतवर देशों को जवाब देने की हिम्मत नहीं थी, लेकिन अभी भारत ने रूस और अमेरिका दोनों को खरी खरी सुनाई है.
पहले दूसरे देश पहले भारत को नजरअंदाज करके चीन और पाकिस्तान से हाथ मिलाते थे, आज उन्हीं देशों को जरूरत पड़ने पर भारत सहारा दिया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका और रूस की लड़ाई में भारत ने इन दोनों को छोड़कर यूक्रेन की मदद की. इसमें भारत ने साफ कर दिया कि वह किसी का पक्ष नहीं लेगा. बल्कि उन्हें समझा दिया कि ये लड़ाई का समय नहीं है.