रायपुर। छत्तीसगढ़ में डॉक्टर बनने का सफर और महंगा होने जा रहा है. इस संबंध में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए बड़ी खबर सामने आई है. राजधानी रायपुर समेत भिलाई के निजी कॉलेजों में अचानक फीस में बढ़ोतरी कर दी गई है. जिससे छात्रों को परेशना होना पढ़ रहे हैं. छत्तीसगढ़ के तीन निजी मेडिकल कालेजों द्वारा अधिक फीस वसूली को लेकर प्रवेश व फीस विनियामक समिति ने अंतरिक फीस निर्धारित कर इसमें 20 फीसदी का बढ़ोतरी की है.
20 फीसदी की बढ़ोतरी
विनियामक समिति द्वारा निर्धारित फीस में मेडिकल कॉलेजों में MD-MS पाठ्यक्रमों की सालाना फीस अधिकतम 9.98 लाख रुपए और MBBS पाठ्यक्रमों के लिए अधिकतम फीस 7.99 लाख रुपए तय की गई है. ये पिछले साल से करीब 20 फीसदी ज्यादा है.
MBBS की फीस
– रिम्स, रायपुर (RIMS, Raipur)- 6 लाख 151 से बढ़ाकर 7 लाख 50 हजार 187 हुई
– बालाजी मेडिकल कॉलेज, रायपुर- 6 लाख 151 से बढ़ाकर 7 लाख 45 हजार 187 हुई
– शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज, भिलाई- 6 लाख 41 हजार से बढ़ाकर 7 लाख 99 हजार 187 हुई
MD-MS की फीस
– रिम्स, रायपुर (RIMS, Raipur)- 7 लाख 45 हजार 9 लाख 31 हजार
– बालाजी मेडिकल कॉलेज, रायपुर- पीजी की फीस नहीं बढ़ाई गई
– शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज, भिलाई- 7 लाख 99 हजार से बढ़ाकर 9लाख 98 हजार
सरकारी कॉलेजों से कई गुना ज्यादा
बढ़ी हुई फीस अगले तीन साल 2024-25 तक लागू रहेगी. इसके बाद फिर से विनियामक समिति फीस की समीक्षा करेगी. विनियामक समिति ने कॉलेजों के प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए अन्य पड़ोसी राज्यों के फीस स्ट्रेक्चर को देखा. इसके साथ ही फैसला लेने से पहले छत्तीसगढ़ की प्रति व्यक्ति आय को भी ध्यान में रखा गया. हालांकि, बढ़ी हुई फीस सरकारी कॉलेजों से कई गुना ज्यादा है. राज्य के सरकारी कॉलेजों में फीस 50 हजार से 1 लाख रुपये तक है.