मृतक राममूर्ति गटपल्ली कुछ सालों से उसूर में रह रहा था. इसके पहले वह पोलमपल्ली में रहता था. राममूर्ति उसूर ब्लॉक मुख्यालय के धान बिक्री केंद्र में सेल्समैन के तौर पर कार्यरत था. धान खरीदी में गड़बड़ी पाए जाने पर दो महीने पहले ही बीजापुर कलेक्टर ने राममूर्ति को निलंबित किया था.
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक मुख्यालय के धान बिक्री केंद्र में एक युवक की हमलवरों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी. मृतक का नाम राममूर्ति गटपल्ली बताया जा रहा है. घटना शुक्रवार सुबह 10 बजे की है. मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक मुख्यालय के धान बिक्री केंद्र पर सुबह 10 बजे किसानों की भीड़ थी, सभी किसान अपना धान बेचने पहुंचे हुए थे. इसी भीड़ में मृतक राममूर्ति गटपल्ली भी धान बेचने के लिए पहुंचा हुआ था. इसी बीच कुछ हमलावर आए और उन्होंने मृतक राममूर्ति गटपल्ली पर अचानक धारदार हथियारों से ताबड़तोड हमले किए.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अचानक हुए हमले से मृतक को संभलने का मौका नहीं मिला और वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गया. इस दौरान हमलावरों ने वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई भी मृतक को अस्पताल ले जाएगा तो उसके साथ भी यही अंजाम होगा. प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो हमलावरों के पास पारम्परिक हथियार होने के साथ देसी कट्टा भी था, अंदाजा लगाया जा रहा है कि हमलावर माओवादी संगठन से जुड़े हुए थे.
धान खरीद केंद्र में सेल्समैन था मृतक, गड़बडी मिलने पर हटाया
रिपोर्ट के अनुसार मृतक राममूर्ति गटपल्ली कुछ सालों से उसूर में रह रहा था. इसके पहले वह पोलमपल्ली में रहता था. राममूर्ति उसूर ब्लॉक मुख्यालय के धान बिक्री केंद्र में सेल्समैन के तौर पर कार्यरत था. धान खरीदी में गड़बड़ी पाए जाने पर दो महीने पहले ही बीजापुर कलेक्टर ने राममूर्ति को निलंबित किया था.
पुलिस ने घटना के नक्सल कनेक्शन से किया इनकार
बीजापुर के उसूर ब्लॉक मुख्यालय में दिनदहाड़े हुई घटना से इलाके में दहशत है. लोग घटना को नक्सल कनेक्शन से जोड़कर देख रहे हैं. हालांकि पुलिस ने माओवाद की घटना से साफ इनकार करते हुए जांच की बात कही है.एसपी अंजनेय वैष्णव का कहना है कि मौके से कोई माओवादी पर्चा बरामद नहीं किया गया है. जिससे इसे नक्सल घटना से जोड़कर नहीं देखा जा सकता. हालांकि मामले की सभी पक्षों से जांच की जा रही है.