संचालनालय नगरीय प्रशासन विकास विभाग ने प्रदेश के नगरीय निकायों के खराब सड़कों की मरम्मत, बीटी रिनुअल, पॉटहोल, पेच रिपेयरिंग के लिए 148 करोड़ मंजूर किया है, जिसमें पहली किस्त के रूप में 30% यानी 44 करोड़ 28 लाख जारी की गई है। इसमें बिलासपुर के हिस्से में 1.50 करोड़ तो रायपुर के हिस्से में 3 करोड़ आया है।
खराब सड़कों की रिपेयरिंग के लिए सीएम ने अफसरों को दिसंबर तक की मोहलत दी है। नगरीय निकायों में सड़कें खराब हो चुकी है। कहीं परफार्मेंस गारंटी तो कहीं दो साल में ही सड़कें उखड़ गई। यही हाल पीडब्ल्यूडी और पीएमजीएसवाई के सड़कों का है। सीएम के आदेश के बाद सड़कों की रिपेयरिंग तो शुरू हो चुकी है, लेकिन अफसर इसमें भी गड़बड़ी कर रहे हैं। रिपेयरिंग और रिनुअल के नाम पर सड़कों को टाकने का काम किया जा रहा है। ऐसी रिपेयरिंग की जा रही है कि सड़कें पहले से भी खतरनाक हो चुकी है।
नगरीय प्रशासन विभाग ने प्रदेश के 170 नगरीय निकायों की जर्जर सड़कों को सुधारने के लिए 148 करोड़ की मंजूरी दी थी, जिसमें संचालनालय ने पहली किस्त के रूप में कुल स्वीकृत राशि का 30% यानी 44.28 करोड़ जारी की गई है। इसमें सबसे अधिक रायपुर नगर निगम को 3.30 करोड़ मिला है। भिलाई नगर निगम को 2.70 करोड़ और बिलासपुर, दुर्ग, रिसाली, भिलाई-चरोदर, जगदलपुर, काेरबा और अंबिकापुर नगर निगम को 1.50-1.50 करोड़ मिला है।
बिलासपुर निगम अब शुरू करेगा काम : पीडब्ल्यूडी सड़कों की रिपयेरिंग पहले ही शुरू दिया है। अब फंड मिल जाने के बाद नगर निगम भी सड़कों की रिपेयरिंग, पेच वर्क, पाट होल समेत अन्य काम कराएगा। निगम के स्वामित्व की 51 किमी सड़क है।
रिपेयरिंग नहीं… सड़कों पर टाका लगा रहे : पीडब्ल्यूडी ने शहर में कई सड़कों की रिपेयरिंग करा दी है, लेकिन रिपेयरिंग के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है। सड़कों को सिर्फ टाकने का काम किया गया है। टारगेट पूरा करने के लिए खानापूर्ति कर दी गई है।
114 निकायों काे मिले सिर्फ 9-9 लाख : बिल्हा, बाेदरी, कोटा, बिल्हा, गौरेला, पेंड्रा, मल्हार, पथरिया, सरगांव, लोरमी समेत प्रदेश के 114 निकायों को पहली किस्त में 9-9 लाख रुपए ही मिले हैं। यहां कुल 30-30 लाख मंजूर किए गए हैं।
इधर, कैमरों के लिए केबल लगाने 43 चौक-चौराहों पर फिर खुदेंगी सड़कें
सिटी रिपोर्टर | बिलासपुर
शहर के 43 चौक-चौराहों पर एक बार फिर खुदाई होने वाली है। इस बार अमृत मिशन, सीवरेज या किसी और योजना में नहीं, बल्कि उस आईटीएमएस प्रोजेक्ट के चलते सड़कें खुदेंगी, जिससे शहर के ट्रैफिक को व्यवस्थित करने का दावा किया जा रहा है। बिलासपुर स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने इसके लिए कलेक्टर से अनुमति मांगी है। मंजूरी के बाद कुछ जगह खंभा लगाने और केबल बिछाने के लिए 300 बाई 500 का गड्ढा करना शुरू कर दिया गया है। स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने आईटीएमएस प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया है। टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर कैमरे लगाने व शुरू कराने के लिए कंपनी को 12 महीने दिए गए हैं।
इन चौक-चौराहों पर खुदाई की मंजूरी मांगी : इंदू चाैक, मंदिर चौक, मगरपारा, तैयबा चौक, राजेंद्र चौक, सत्यम चौक, प्रताप चौक, देवकीनंदन चौक, नेहरू चौक, मुंगेली नाका, मंगला चौक, अग्रसेन चौक, राजीव गांधी चौक, सेंट फ्रांसिस चौक, महाराणा प्रताप चौक, भारतीय नगर, महिमा विहार, महामाया चौक, दीनदयाल गार्डन चौक शामिल हैं।
खुदाई शुरू हो गई है रेस्टोरेशन भी साथ-साथ
आईटीएमएस के लिए शहर के चौक-चौराहों पर काम शुरू हो गया है। जिन सड़कों की खुदाई कर रहे, वहां रेस्टोरेशन भी साथ ही करवा रहे।