बीजापुर जिला पुलिस ने बीती शाम भारी बारिश में भी नक्सलियों के सेफ जोन में धावा बोलकर जहां कैम्प ध्वस्त कर दिया वहीं एक नक्सली स्मारक ढहा दिया गया। एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि नेशनल पार्क एरिया में शहीदी सप्ताह मनाये जाने और यहां माओवादी लीडरों के जमावड़े की खबर थी। इसी सूचना पर एसटीएफ और डीआरजी के करीब 300 जवान भोपालपट्नम, तोयनार और फरसेगढ़ के जंगल की ओर से अंदर घुसे।
करीब तीन से चार बड़ी पहाडिय़ों को पार कर जैसे ही टेकामेटा के करीब पहुंचे, लेकिन इससे पहले की उन्हें फंसा पाते, माओवादियों को इसकी भनक लग गई और वे जंगलों का सहारा लेकर भाग निकले। जवानों को देख जैसे ही माओवादी भागे, जवानों ने उनका पीछा किया, लेकिन वे पकड़ में नहीं आ सके। इसी दौरान अन्नापुरम, पिल्लूर व बंदेपारा में मिले नक्सली स्मारक को ध्वस्त किया। इसके बाद जवानों ने इलाके की सर्चिंग की तो उनके होश उड़ गए। यहां आधुनिक मशीनें मिली जिससे हथियारों की मरम्मत किया जाता है।
एसपी के मुताबिक माओवादी वर्दी, डेटोनेटर, आईईडी, कॉडेक्स वायर, टिकली पटाखा, ड्रील मशीन, लेथ मशीन, वर्नियर कैलिपर्स, बड़ी आरी, एसएलआर, स्प्रिंग, माओवादी साहित्य समेत अन्य सामान बरामद किए गये हैं।