पाकिस्तान (Pakistan) में इमरान खान (Imran Khan) सरकार पहले से बढ़ते कर्ज, बेरोजगारी और महंगाई को लेकर आलोचना का सामना कर रही है. इस बीच एक पूर्व चीफ जस्टिस के लीक ऑडियो ने सियासत में भूचाल ला दिया है. अगर इस टेप को सच मानें, तो बिल्कुल साफ हो जाता है कि तीन साल पहले इमरान खान सिर्फ पाकिस्तान की आर्मी (Pakistan Army) की वजह से सत्ता में आए थे, इसमें उनका कोई करिश्मा नहीं था. न ही इमरान खान को इतने वोट मिले थे कि उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) सरकार बना पाती.
किसका ऑडियो हुआ लीक?
वॉशिंगटन पोस्ट की खबर के मुताबिक, लीक ऑडियो टेप पाकिस्तान के पूर्व चीफ जस्टिस (CJP) साकिब निसार का है. इसमें वो किसी अनजान शख्स से बात कर रहे हैं. बातचीत में निसार मानते हैं कि उन पर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम नवाज को सजा देने का दबाव था, ताकि इमरान खान को सत्ता में लाया जा सके. फिलहाल, इस टेप का बहुत छोटा हिस्सा या कहें चंद सेकंड का हिस्सा ही सामने आया है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही पूरा टेप भी सामने आएगा.
लीक टेप में क्या बातचीत
इसमें जस्टिस निसार सामने वाले से कहते हैं- ‘मैं बहुत साफ तौर पर कहना चाहता हूं कि बदकिस्मती से हमारे पास ऐसे इदारे (विभाग और यहां मतलब ताकतवर फौज) हैं जो जजों को फरमान जारी करते हैं. अब ये कह रहे हैं कि मियां साहब (नवाज शरीफ) को सजा देनी है, क्योंकि हमें खान साहब (इमरान खान) को लाना है.’ सामने वाला कहता है- ‘नवाज शरीफ को सजा ठीक है, लेकिन बेटी को सजा नहीं दी जानी चाहिए.’ इस पर जस्टिस निसार कहते हैं- ‘हां, इससे तो ज्यूडिशियरी पर भी सवाल उठेंगे.’
किसने किया लीक?
इस टेप को इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट अहमद नूरानी ने लीक किया है. नूरानी इतनी बारीकी से काम करते हैं कि उनकी रिपोर्ट पर कोई सवाल न उठे. मसलन, इस टेप को जारी करने से पहले उन्होंने इसकी अमेरिका में फोरेंसिक जांच कराई, ताकि बाद में कोई यह इल्जाम न लगा सके कि यह टेप जाली है. खास बात यह है कि टेप सामने आने के बाद जस्टिस निसार ने खुद माना कि टेप में आवाज उनकी ही है. हालांकि, सफाई में ये कहा कि इसमें कुछ पुराने टुकड़ों को जोड़ा गया है.
2018 में हुए फेडरल इलेक्शन से कुछ दिन पहले का है टेप
ये टेप 2018 में हुए फेडरल इलेक्शन से कुछ दिन पहले का है. तब इमरान कंटेनर्स पर चढ़कर इस्लामाबाद में रैलियां कर रहे थे. वो नवाज शरीफ पर भ्रष्टाचार, चोरी और फौज को बदनाम करने के आरोप लगा रहे थे. बाद में पनामा पेपर्स लीक और बाकी मामलों में नवाज को 10 साल, जबकि बेटी मरियम को 8 साल की सजा सुनाई गई. उन्हें जेल भेजा गया. फिर नवाज शरीफ खराब तबीयत का हवाला देते हुए इलाज के लिए लंदन चले गए और अब तक नहीं लौटे. वहीं, मरियम नवाज ने सजा के खिलाफ अपील की. फिलहाल मामला पेंडिंग में है.