58 सुरंगों, 84 पुलों के साथ वर्षा के इस मौसम में केके रेल लाईन पर चलने वाली सभी ट्रनों को 30 किमी प्रतिघंटा कम करके धीमी गति से चलाया जायेगा। इस संबंध में रेलवे ने यह निर्देश दिया है। इस मौसम में दुर्घटनाओं की आशंका इस रेल लाईन में हमेशा बनी रहती है। कम से कम क्षति हो और कार्य भी चलता रहे। इस दृष्टि से यह निर्देश समयानुकूल है और इससे जान व माल दोनों की ही क्षति कम होने की संभावना जतायी जा रही है।
इस संबंध में यह विशेष तथ्य है कि लगातार हो रही बारिश से जहां रेलपांत में दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है वहीं तेज गति में चलने से कई ऐसी दुर्घटनाएं भी हो जाती है जिनको सावधानी रखकर टाला जा सकता है। ऐसे में सावधानी के दृष्टि से रेल की गति को कम रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। जानकारी के अनुसार रेल की रफ्तार 30 किमी प्रति घंटा कम कर दी जाएगी, जिससे रेलवे का नुकसान कम हो सके और यात्रियों को भी सुरक्षित तरीके से पहुंचाया जा सके।
सामान्यत: ट्रेन की स्पीड 90 किमी प्रतिघंटे रहती है, यानी अब 60 की गति से चलेगी। रेल संचालन की गति में कमी होने से सफर में लगने वाला समय बढ़ सकता है। इस संबंध में विशेष तथ्य है कि 58 सुरंगों और 84 पुलों पर रफ्तार को और कम करने के निर्देश भी दिये गये इस रेल लाइन में तीन एक्सप्रेस ट्रेन और एक पैसेंजर चल रही है। इसमें एक एक्सप्रेस और पैसेंजर किरंदुल तक जाती है और बाकी दो एक्सप्रेस का संचालन जगदलपुर तक ही होता है।