सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक तस्वीर वायरल हो रही है. तस्वीर देखकर ऐसा लग रहा है कि योगी, उद्योगपति मुकेश अंबानी को अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के डिजाइन की तस्वीर भेंट कर रहे हैं. इस तस्वीर के साथ लिखा गया है कि चुनाव के लिए मुकेश अंबानी ने योगी आदित्यनाथ को अपना समर्थन सुनिश्चित कर दिया है.
एक ट्विटर यूजर ने इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए लिखा है कि ये फोटो दर्शाती है कि अगर राम मंदिर बनता है तो वो अंबानी सहित अन्य पूंजीपतियों के लिए सिर्फ एक कमाई का जरिया होगा.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल तस्वीर फर्जी है. इसे योगी आदित्यनाथ और मुकेश अंबानी की दो अलग-अलग तस्वीरों को जोड़कर बनाया गया है. असली तस्वीर में योगी आदित्यनाथ नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र वीर विक्रम शाह को कुंभ का लोगो भेंट कर रहे हैं.
वायरल तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा है, “पहली बात ऐ के राम मंदिर का बनना लगभग नामुमकिन है क्यों के उस जमीन के नीचे रेत बालू है..! दूसरी बात ये की अगर कभी बन भी गई तो वो मंदिर कम अम्बानी का होटल जायद होगा माफी चाहता हूँ पर वो सिर्फ एक कमाई का जरिया होगा पूंजीपतियों के लिए..! ये तसवीर यही दर्शाती है”.
ट्विटर पर कुछ और लोगों ने भी इस तस्वीर को
किया है. वायरल ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
कैसे की पड़ताल?
वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें कोई जानकारी नहीं मिली. लेकिन इस तस्वीर को फ्लिप करके ढूंढने पर हमें असली तस्वीर मिल गई. इस तस्वीर को जनवरी 2018 में लिया गया था जब नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह लखनऊ में योगी आदित्यनाथ से मिले थे. योगी ने उन्हें कुंभ 2019 का लोगो भेंट किया था जिसकी तस्वीरें योगी ने खुद ट्विटर पर शेयर की थीं.
इसी तस्वीर में छेड़छाड़ की गई है. तस्वीर को फ्लिप किया गया और ज्ञानेंद्र शाह की जगह मुकेश अंबानी की तस्वीर जोड़ दी गई. साथ ही, कुंभ के लोगो को राम मंदिर के मॉडल की तस्वीर से बदल दिया गया. मुकेश अंबानी वाला हिस्सा एक दूसरी तस्वीर से उठया गया है. इस तस्वीर में अंबानी गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी के साथ नजर आ रहे हैं. ये तस्वीर सितंबर 2016 की है जब मुकेश अंबानी गांधीनगर की पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे.
यहां हमारी पड़ताल में इस बात की पुष्टि हो जाती है कि जिस तस्वीर के जरिये ये कहा जा रहा है कि मुकेश अंबानी ने योगी को समर्थन दे दिया है, उसे फर्जीवाड़ा करके बनाया गया है. हालांकि, 2017 में योगी आदित्यनाथ ने मुंबई में मुकेश अंबानी सहित देश के कई दिग्गज उद्योगपतियों से मुलाकात की थी और उन्हें यूपी में आने का न्योता दिया था.