अमेरिका आज अपने स्वतंत्रता दिवस की 245वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति और अमेरिकी जनता को बधाई दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि जीवंत लोकतंत्र के रूप में भारत और अमेरिका स्वतंत्रता और स्वाधीनता के मूल्यों को साझा करते हैं। हमारी रणनीतिक साझेदारी का वास्तव में वैश्विक महत्व है।
वर्ष 1776 में ब्रिटेन से आजादी पाने के बाद अमेरिका में हर साल 4 जुलाई को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। इस दिन पूरे देश में अवकाश रहता है। इस दिन 18वीं सदी में ब्रिटेश के शासन से 13 अमेरिकी उपनिवेशों को स्वतंत्रता मिली थी। अमेरिकी लोग आम भाषा में इस दिन को ‘फॉर्थ ऑफ जुलाई’ कहकर पुकारते हैं। अमेरिकी लोग इस दिन को बड़े धूमधाम के साथ मनाते हैं। आमतौर पर इस दिन वहां आतिशबाजी, परेड, कार्निवल और मेले आयोजित किए जाते हैं। लोग हाथों में अमेरिका का झंडा लिए बड़ी संख्या में इन कार्यक्रमों में शामिल होते हैं। लेकिन इस बार कोरोना वायरस के मद्देनजर ऐसे कार्यक्रम नहीं हो पा रहे हैं। हालांकि, लोगों के उत्साह में कमी नहीं दिख रही है।
अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस का इतिहास
भारत की तरह अमेरिका भी ब्रिटिश का गुलाम रहा है। ब्रिटेन ने अमेरिका में भी लोगों पर खूब अत्याचार किया है। इसका परिणाम ये हुआ कि ब्रिटिश अधिकारियों और मूल अमेरिकियों के बीच धीरे-धीरे टकराव बढ़ने लगा। लंबे संघर्ष के बाद 2 जुलाई 1776 को 13 अमेरिकी कॉलोनियों में से 12 ने आधिकारिक तौर पर ग्रेट ब्रिटेन से अलग होने का फैसला किया और कॉन्टिनेंटल कांग्रेस द्वारा एक वोट के माध्यम से स्वतंत्रता की मांग की। इसके दो दिन बाद 4 जुलाई को सभी 13 कॉलोनियों ने स्वतंत्रता की घोषणा को अपनाने के लिए मतदान किया और एक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर कर खुद को आजाद घोषित कर दिया। तभी से अमेरिका अपना स्वतंत्रता दिवस 4 जुलाई को मनाता रहा है।