Home History आखिर मौत के बाद कैसा महसूस करता है शरीर? जीते-जी लोगों को...

आखिर मौत के बाद कैसा महसूस करता है शरीर? जीते-जी लोगों को मरने का अनुभव कराती है ये मशीन

2
0

मृत्यु इस संसार का सबसे बड़ा रहस्य (Mystery of Death) है. इस रहस्य को लोगों के सामने खोलने (Death Experience) के लिए तरह-तरह के आविष्कार हुए हैं. ज्योतिष से लेकर विज्ञान तक- मौत के रहस्य को उजागर करने में लगा रहता है. अब डॉक्टर फिलिप नित्शेक (Dr Philip Nitschke) ने एक ऐसी मशीन बनाई है, जो आपको मृत्यु के रहस्य के बेहद करीब ला सकती है.

डॉक्टर डेथ के नाम से मशहूर डॉक्टर फिलिप ने इस मशीन का नाम ‘Suicide Machine’रखा है. डॉक्टर का दावा है कि ये मशीन इंसान को एक शांतिपूर्ण मौत का पूरा अनुभव देती है. Sarco नाम की इस मशीन को साल 2018 में उन्होंने बनाया था और एम्सटर्डम में इसका प्रदर्शन किया था. इसके बाद यूरोप की अलग-अलग जगहों पर इसे दिखाया गया. अब ये लोगों के लिए भी उपलब्ध है.

आप ज़िंदा रहते हुए लेंगे मौत का अनुभव
Sarco मशीन की खासियत ये है कि आपके शरीर के ऑक्सीजन लेवल को धीरे-धीरे कम करती जाती है और आपको मौत के बेहद पास होने का एहसास होता है. ये काम एक 3D प्रिंटेड यूथांसिया कैप्सूल के ज़रिये संभव होता है. इसे लेते ही शरीर में ऑक्सीजन का लेवल तेज़ी से कम होता है और CO2 लेवल काफी नीचे चला जाता है. यही आपके शरीर को एक शांतिपूर्ण और काल्पनिक मौत का अनुभव कराता है. मशीन (Suicide Machine) का डिज़ाइन बेहद शानदार है और इसका इस्तेमाल किसी नई जगह को एक्सप्लोर करने जैसा है. ये मशीन वर्चुअल तरीके से मौत होने का एहसास देती है.

मौत का रोलरकोस्टर
डॉक्टर डेथ (Dr Death) इससे पहले एक अनोखा रोलरकोस्टर (Death Rollercoaster) भी बना चुके हैं. इस राइड में बैठने वाले शख्स को भी मौत का एहसास हो जाता है. साल 2010 में आई इस मशीन में भी बैठने पर लोगों को बिना दर्द के मृत्यु का अनुभव मिलता था. इन मशीनों के इस्तेमाल के लिए किसी खास स्किल की ज़रूरत नहीं होती है. न ही आपके शरीर के अंदर कोई चीज़ डाली जाती है, न ही किसी ड्रग का इस्तेमाल होता है. हाालांकि ये बात साफ की गई है कि स्ट्रोक या किसी मानसिक बीमारी के शिकार लोगों को इससे नुकसान हो सकता है. मशीन से होने वाली मौत में दर्द नहीं होता. न तो सांस फूलती है, न ही सांस आनी बंद होती है न ही सांस के लिए संघर्ष करना पड़ता है. ये सिर्फ ऑक्सीजन कम कर देती है.