छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में पुलिस के लगातार दबाव के चलते नक्सलियों के संगठन में नए युवक-युवतियों की भर्ती लगभग खत्म सी हो गई है. इससे परेशान नक्सली लीडरों ने बस्तर के अंदरूनी इलाकों के हर परिवार से एक नौजवान को संगठन में भर्ती करवाने का फरमान जारी किया है.
सूत्रों के मुताबिक, सप्ताह भर पहले बारसूर क्षेत्र के किलम-टेटम के जंगल में नक्सलियों ने एक बड़ी बैठक आयोजित की थी. इस बैठक में जोनल और डिविजनल कमेटी के नेताओं ने शिरकत की थी. इस बैठक में जवानों पर हमले की रूपरेखा और एरिया कमेटी को मजबूत किए जाने पर विमर्श किया गया है.
नक्सलियों ने इस बैठक में ग्रामीणों को हर परिवार से एक सदस्य को संगठन में भर्ती करने को कहा. वहीं दूसरी ओर माओवादियों के इस बैठक की जानकारी पुलिस के आला अफसरों को नहीं है.
साउथ बस्तर रेंज के डीआईजी रतनलाल डांगी ने इसे सिरे से खारिज किया है. डीआईजी ने कहा है कि सुरक्षा बलों के लगातार दबाव के चलते नक्सली बैकफुट पर है. लेकिन किसी भी प्रकार की कोई बैठक बस्तर में नहीं की गई है.
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि नक्सली संगठन से जुड़े ग्रामीण अब पुलिस के साथ है. अभी कोई भर्ती माओवादी संगठन में नहीं की जा रही है. नक्सली केवल झूठी खबर फैला रहे है.