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छत्तीसगढ़ में अब रोजाना 25 से 34 हजार कोरोना जांच, शनिवार को मिले 361 नए मरीज

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छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी लहर धीमी जरूर हुई है लेकिन खत्म नहीं हुई है। इस बीच रोज हो रहे टेस्ट में 50 से 55 प्रतिशत की गिरावट देखी जा रही है। मई के आखिरी सप्ताह में रोजाना 70 हजार तक टेस्ट हो रहे थे। वहीं अब 25-26 हजार टेस्ट रोजाना हो रहे हैं। शनिवार को 34 हजार 131 कोरोना टेस्ट हुए। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का कहना है कि अब कोरोना के लक्षणों वाले उतने मरीज ही नहीं है तो फिर जांच कराने कौन आएगा।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से शनिवार देर रात जारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश भर में 361 नए मरीज सामने आए हैं। इनको मिलाकर प्रदेश में अब तक संक्रमण की चपेट में आ चुके लोगों की संख्या 9 लाख 93 हजार 45 हो गई है। इनमें से 9 लाख 72 हजार 898 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं 13 हजार 427 लोग इस महामारी में अपनी जान गवां चुके हैं। इन सबके बीच 6 हजार 720 मरीज अब भी होम आइसोलेशन और विभिन्न अस्पतालों में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं।

पिछले 10-15 दिनों में कोरोना जांच के आंकड़ों में 50 से 55 प्रतिशत तक की कमी दिख रही है। शनिवार को 34 हजार नमूनों की जांच हुई। वहीं शुक्रवार को 26 हजार 119 नमूनों की जांच हुई थी। दूसरी लहर का प्रकोप शुरू होने से पहले यानी जनवरी-फरवरी में प्रदेश में रोजाना औसतन 21 हजार से 24 हजार टेस्ट हो रहे थे। मार्च में केस बढ़ने के साथ टेस्ट की क्षमता भी बढ़नी शुरू हुई। मई में रोजाना 70 हजार तक टेस्ट हो रहे थे। इस बारे में छत्तीसगढ़ में एपिडेमिक कंट्रोल के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा का कहना है, प्रदेश में संक्रमण कम हुआ है। ऐसे में लोग बीमार कम हो रहे हैं। वे टेस्ट कराने नहीं आ रहे हैं, इसलिए संख्या घटी है। कम मरीज हैं तो कांटेक्ट ट्रेसिंग भी सीमित दायरे में ही हो रही है। इन वजहों से टेस्ट की संख्या कम दिख रही है। डॉ. गुप्ता ने कहा, स्वास्थ्य विभाग के पास कोरोना टेस्ट की क्षमता बढ़ी ही है।

बीजापुर-सुकमा में फिर बढ़ने लगे मरीज

शनिवार को जारी आंकड़ों में मैदानी जिलों में कोरोना के नए मरीजों की संख्या घटी है। लेकिन बीजापुर-सुकमा जिलों में मरीजों की संख्या सामान्य से अधिक दिख रही है। बीजापुर में शनिवार को सबसे अधिक 63 नए मरीज मिले। शुक्रवार को वहां 23 मरीज मिले थे। सुकमा जिले में शनिवार को 43 मरीज सामने आए। शुक्रवार को यहां 23 मरीज मिले थे। बस्तर में शुक्रवार की तरह शनिवार को भी 18 नए मरीज मिले। इस समय बीजापुर में सर्वाधिक 644 सक्रिय मरीज हैं।

शनिवार को केवल चार मरीजों की मौत हुई

नए आंकड़ों के मुताबिक शनिवार को प्रदेश भर में केवल चार कोरोना मरीजों की मौत हुई है। इसमें तीन मरीजों को कोरोना के अलावा दूसरी गंभीर बीमारियां भी थीं। जांजगीर-चांपा जिले में सर्वाधिक दो मरीजों की मौत हुई है। शेष एक-एक मौत बलौदा बाजार और जशपुर जिलों में हुई है। एक दिन पहले प्रदेश के 6 जिलों में आठ मरीजों की मौत दर्ज हुई थी।

तीन जिलों में तो केवल एक-एक मरीज मिले

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शनिवार को प्रदेश के तीन जिलों में एक-एक नए मरीज सामने आए हैं। इन जिलों में राजनांदगांव, कबीरधाम और मुंगेली शामिल हैं। इनमें से राजनांदगांव कभी सबसे अधिक संक्रमित जिलों में शुमार रहा है। गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, नारायणपुर, बालोद में भी बेहद कम मरीज मिले हैं। प्रशासन को उम्मीद है कि जल्दी ही यह संख्या शून्य तक पहुंच जाएगी।

डेल्टा प्लस से निपटने की तैयारियां भी तेज

छत्तीसगढ़ में एपिडेमिक कंट्रोल के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया, मौजूदा मरीजों की पहचान और इलाज के साथ-साथ सरकार संभावित तीसरी लहर से निपटने का भी इंतजाम कर रही है। अभी डेल्टा प्लस वेरिएंट पर भी स्वास्थ्य विभाग की निगाह है। कोई भी वायरस म्यूटेट होकर रूप बदलता है। कोरोना वायरस भी वैसा ही कर रहा है। कोई भी वेरिएंट हो सरकार उसका सामना करने को तैयार है। ब्लॉक स्तर के अस्पतालों में आईसीयू और वेंटिलेटर बेड की व्यवस्था की जा रही है। कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। नए ऑक्सीजन प्लांट करीब-करीब तैयार हैं। डॉ. मिश्रा ने कहा, अगर लोग सावधान रहे और मास्क लगाएं, भीड़-भाड़ से बचें और हाथों को सेनिटाइज करते रहें तो यह भी संभव है कि तीसरी लहर कभी आए ही न।