कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला द्वारा मतदाता सूची में विसंगति के संबंध में मुख्य चुनाव आयोग (CEC) से शिकायत करने के एक दिन बाद मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) टीका राम मीना ने कहा कि इस तरह के कुछ मामले सामने आने के बाद प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है.
सीईओ मीना ने मीडिया से कहा, “हमने राज्य की सभी 140 विधानसभा क्षेत्रों में विस्तृत जांच के लिए कहा है. जिलाधिकारियों की प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक हमने पाया कि कई मतदाताओं के नाम दो जगह शामिल हैं. कोट्टायम में 1600 ऐसे मामलों की जांच की गई थी, जिसमें से 590 मतदाताओं के नाम दो बार
लिस्ट में शामिल थे. त्रिशूर में तो सभी 570 मामलों में यही स्थिति पाई गई. पलक्कड़ में 2004 केस ऐसे आए हैं और करीब 800 मामले ऐसे हैं जिनकी मतदाता सूची में कई बार नाम शामिल हैं.”
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कासरगोड जिले में एक ही व्यक्ति के पांच मतदाता पहचान पत्र को मंजूरी देने के सिलसिले में एक अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने कहा, “इस मामले के पीछे कोई राजनीतिक मकसद हो, ऐसी कोई बात फिलहाल सामने नहीं आई है. मैं इस पहलू से भी जांच कर रहा हूं. अगर अधिकारियों की तरफ से जानबूझकर, किसी मकसद से या फिर नियम के खिलाफ जाकर किसी का नाम एक से अधिक वोटर आईडी हैं या किसी नाम को एक से अधिक बार मतदाता सूची में शामिल किया गया है, तो हम उनकी पहचान करेंगे और कानून के मुताबिक कार्रवाई करेंगे.”
रमेश चेन्नीथला ने हाल ही में कथित तौर पर आरोप लगाया था कि अगले माह होने जा रहे विधानसभा चुनाव को सत्तारूढ़ गठबंधन पार्टी के पक्ष में करने के लिए फर्जी वोटर तैयार करने की साजिश रची जा रही है. गौरतलब है कि केरल की सभी विधानसभा सीटों पर 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे, जबकि मतों की गिनती 2 मई को होगी.